बिलासपुर /सरकंडा थाना के निलंबित थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग और उनके आरक्षकों द्वारा जगदलपुर के करपाबनड में पदस्थ नायब तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा से मारपीट करना पुलिस को भारी पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ के सभी जिले के तहसीलदार बिलासपुर में है और उन्होंने थाना प्रभारी और आरक्षकों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर लाम बंद हो गए हैं। गुरुवार को उन्होंने इस सिलसिले में बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण से मुलाकात कर पूरे मामले में जांच की मांग की है। उनका कहना है कि वह फिलहाल पुलिस की जो कार्यवाही हुई है उसे असंतुष्ट है और यही वजह है कि उन्होंने जांच कमेटी नियुक्त कर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने आईजी संजीव शुक्ला से भी मुलाकात कर जांच कमेटी गठित करने की मांग की है ऐसा नहीं होने पर उन्होंने आगे रणनीति तैयार करने का कहा है।

घटना 16 नवंबर 2024 की है जब जगदलपुर के नायब तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा जगदलपुर से बिलासपुर आए। रेलवे स्टेशन से वे अपने भाई और पिता के साथ सरकंडा के हनुमान मंदिर के पास पहुंचे थी इसी दौरान सरकंडा थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग और दो और आरक्षकों ने उन्हें रोका और उनके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने लगे। आप के मुताबिक उन्हें पूरी रात थाने में बिठाया गया। और जब बात बढ़ गई तब सरकंडा पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया जिसके बाद उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह और आईजी डॉक्टर संजीव शुक्ला से की है।
इस पूरी घटना के बाद आईजी डॉक्टर संजीव शुक्ला ने सरकंडा थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह से इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट भी मांगी गई है। इसके बावजूद छत्तीसगढ़ के तहसीलदार इस पूरे मामले में कार्यवाही से संतुष्ट नही है और गुरुवार को उन्होंने इस पूरे मामले में बड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।

बुधवार को बिलासपुर में सरकंडा थाना का वह वीडियो फुटेज वायरल हुआ है जिसमें सरकंडा थाना प्रभारी नवरंग जगदलपुर के नायब तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा से और उनके परिवार वालों से दुर्व्यवहार करते दिख रहे हैं। इसके बाद ही यह पूरा मामला और तूल पकड़ते जा रहा है और अब विवाद पुलिस बनाम तहसीलदार हो गई है। मामले में तहसीलदार संघ का कहना है कि उन्हें कलेक्टर और आईजी की तरफ से बड़ी कार्यवाही का आश्वासन मिला है।