
कोरबा। नगर पंचायत छुरीकला मे पदस्थ सब इंजीनियर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नगर पंंचायत अध्यक्ष शकुंतला गोड़ सहित पार्षद लता देवांगन, नीरा देवी चेलकर, राकेश प्रताप सिंह, हीरानंद पंजवानी, रामशरण साहु, हीरालाल यादव, मनोज विश्वास, शेषबन गोस्वामी, देवेन्द्र देवांगन द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नाम 4 नवंबर को ज्ञापन सौप कर सब इंजीनियर को निलंबित या स्थानांतरित करने की मांग के साथ ही पीआईसी बैठक कराने मांंग की। परंतु अब तक उक्त आवेदन पर अमल नहीं किये जाने से अध्यक्ष सहित पार्षदों में शासन-प्रशासन के प्रति रोष बढऩे लगा है।
आरोप लगाते हुए बताया जा रहा हैं कि नगर पंचायत छुरीकला मे पदस्थ सब इंजीनियर की कार्यशैली तथा निर्माण कार्य में भारी अनियमितता एवंं पार्षदों की बातों को अनसुना किये जाने से अध्यक्ष पार्षद आक्रोशित हैं। वार्डों में विकास कार्य ठप्प पड़ गया है। इस सबंध अध्यक्ष एंव पार्षदों का कहना है- सब इंजीनियर जब से यहां पदस्थ हुई हैं नगर के वार्ड में विकास कार्य थम गया है। वह आये दिन कोई न कोई बहाने कार्यालय से नदारत रहती हैं, जिससे पार्षदगण अपनी राशि का वार्ड के कार्य में उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। आरोप हैं कि वार्ड क्रमांक 13 में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र की मरम्मत, रंग रोगन हेतु पार्षद द्वारा 2 लाख पार्षद निधि राशि से कार्य के लिए वार्ड पार्षद द्वारा अनुशंसा की गई थी, परंतु सब इंजीनियर द्वारा पार्षद के अनुशंसा पत्र को नजर अंदाज किया गया। इसी प्रकार पठारी भाठा में संचालित आंगनबाड़ी मरम्मत के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पत्र दिया गया था, परंतु ध्यान नहीं दिया गया और पार्षदों द्वारा दिये गयें अनुशंसा पत्रों पर ध्यान न दे कर अपने मन मुताबिक अन्य आंगनबाड़ी केंद्रो की रंग-रोगन कर लगभग 1 लाख 50 हजार आहरण कर लिया गया। इसके अलावा नगर मे सब इंजीनियर द्वारा किये गये निर्माण कार्य में भारी अनियमितता एवं लापरवाही बरती गयी, जिसकी निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही कर स्थांतरण की मांंग अध्यक्ष पार्षदों द्वारा मुख्य अधिकारी के नाम 4 नवंबर को एक ज्ञापन दिया गया, तथा पीआईसी की तत्काल बैठक बुलाने मांंग की गई थी, परंतु अब तक पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा पार्षदों के आवेदन पत्र पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिससे अध्यक्ष पार्षदों में शासन-प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है।
इस सबंध में पार्षद हीरालाल यादव ने बताया पंचायत में पदस्थ उप अभियंता की हठधर्मिता से नगर का विकास पूरी तरह थम गया है। पार्षद मद की राशि को पार्षदों की अनुशंसा पर भी कार्य नहीं किया जा रहा है, जिससे अध्यक्ष, पार्षद उप अभियंता के प्रति आक्रोश व्याप्त है और उसको तत्काल हटाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।