मंडल अध्यक्ष ने सीएम से की मांग
कोरबा। जिले में लंबे समय से पदस्थ कई अधिकारी अलग-अलग कारण से राजनीतिक दलों के निशाने पर हैं। कई का स्थानांतरण शिकायत और प्रशासनिक आधार पर किया जा चुका है। अब सहकारिता निरीक्षक लक्ष्मी नारायण जायसवाल को जिले से बाहर भेजने और उनके कार्यकाल की जांच की मांग उठी है। उरगा मंडल भाजपा अध्यक्ष कुल सिंह कंवर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को इस विषय पर पत्र भेजा है।
इस पत्र की कापी प्रभारी मंत्री अरूण साव, सहकारिता मामलों के मंत्री केदार कश्यप, सरकार के सचिव, कलेक्टर, संयुक्त पंजीयक बिलासपुर और उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं कोरबा को जारी की गई है तथा विषय के बारे में अवगत कराते हुए आवश्यक कार्रवाई का अनुरोध किया गया है। भाजपा मंडल अध्यक्ष ने कहा है कि आश्चर्यजनक रूप से सहकारिता निरीक्षक जायसवाल 12 वर्षों से कोरबा में पदस्थ हैं। सरकार के द्वारा जो स्थानांतरण नीति बनाई गई है और उस पर क्रियान्वयन हो रहा है, उसके हिसाब से भी निरीक्षक स्तर के अधिकारी को दीर्घकाल तक एक ही जिले में आखिर कैसे रखा गया है। इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है। कहा गया है कि उक्त निरीक्षक आदिवासी सेवा सहकारी समिति करतला, नवापारा, रामपुर, चिकनीपाली, तुमान, सोहागपुर एवं सुखरीकला समिति में प्राधिकृत अधिकारी के रूप में प्रभार में है। जबकि करतला ब्लॉक में सहकारिता विस्तार अधिकारी का प्रभार उनकी तरफ है। मुख्यमंत्री की जानकारी में यह बात लाई गई है कि वे प्रभार के प्रभाव से समिति प्रबंधकों को परेशान कर महीने में अच्छी-खासी वसूली करते हैं। इनके कार्यकाल की जांच कराने पर करोड़ों की आर्थिक गड़बड़ी सामने आ सकती है। इसके साथ ही अधिकांश सोसाइटियों में गलत तरीके से राशि आहरण का मामला भी सामने आ सकता है। सरकार से उक्त निरीक्षक की कमाई की जांच का आग्रह किया गया है। कंवर ने कहा है कि सहकारिता निरीक्षक को अन्यत्र स्थानांतरित करते हुए कोरबा जिले के कार्यकाल की जांच कराई जाए।