कोरबा। गिरदावरी में त्रुटि के चलते किसान रकबा सुधार के लिए तहसील कार्यालय का चक्कर लगा रहे है. गिरदावरी के दौरान पटवारीयों की लापरवाही और सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। पोड़ी उपरोड़ा क्षेत्र के किसानों का आरोप है कि कई लोगों के द्वारा धान का फसल उगाया गया था लेकिन गिरदावरी में धान का रकबा शून्य अंकित किया गया, जिसके चलते उन्हें टोकन नहीं मिल रहा और किसान धान नहीं बेच पा रहे हैं।तहसील कार्यालय मे भीड़ लगाये ये किसान अपने ही भुमी पर उगाए $फसल कों नहीं बेच पा रहे दरसल धान मंडी के साफ्टवेयर मे इन किसानों का रकबा शून्य बता रहा या तों कुल रकबा के मुताबिक गिर्दावरि रकबा रिपोर्ट कम दर्शाया जा रहा जिससे किसानो कों टोकन नहीं मिल रहि, जबकि हर साल ये किसान अपनी उपज सोसायटी में विक्रय करते आ रहे हैं। वही किसान रकबा सुधार व पंजीयन संसोधन के लिए तहसील के च$क्कर लगा रहे। कुछ किसान तों इस वर्ष धान बेच पाने की उम्मीद भी छोड़ दिए, वही नयाब तहसीलदार ने बताया की ज्यादातर ये दिक्$कते वन अधिकारी पट्टे मे प्राप्त भूमि पर ऊपजाई $फसल पर आ रहि है जबकि राजस्व $कृषि भूमि पर सबकुछ ठीक चल रहा, लेकिन किसानो का सवाल की वन अधिकार पट्टे मे इस तरह की समस्या क्यों आ रहि ये समझ से परे है।