कोरिया बैकुंठपुर। जिले में ‘‘निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़’’ 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान का शुभारंभ शनिवार को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक भैया लाल राजवाड़े ने हरी झंडी दिखाकर निक्षय निरामय जागरूकता रथ को रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने टीबी, कुष्ठ, वयोवृद्ध और मलेरिया मुक्त समाज बनाने का संकल्प दिलाया। सरडी ग्राम पंचायत से शुरू हुए इस अभियान में जनप्रतिनिधियों और स्वास्थ्य कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी की। मितानिनों ने घर-घर सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। विधायक श्री राजवाड़े ने कहा, यह अभियान जिले को टीबी, कुष्ठ और अन्य बीमारियों से मुक्त करने की दिशा में एक अहम कदम है। सभी नागरिकों को इसमें सहयोग करना चाहिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने बताया कि यह अभियान जिले में 07 दिसंबर 2024 से 23 मार्च 2025 तक चार चरणों में संचालित होगा। निक्षय शिविरों के माध्यम से व्यापक स्वास्थ्य परीक्षण किए जाएंगे। माइनिंग, क्रशर और औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूरों पर ध्यान केंद्रित होगा। इस दौरान दीवार लेखन, और ग्राम स्तरीय बैठकों से लोगों को जागरूक किया जाएगा। अभियान के दौरान मितानिन और स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीबी, कुष्ठ और वयोवृद्ध मरीजों की पहचान करेंगे, उच्च जोखिम समूह, जैसे एचआईवी संक्रमित, शराब-तंबाकू का सेवन करने वाले, डायबिटीज मरीज और पुराने टीबी रोगियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।चिन्हित मरीजों की जांच और उपचार की समुचित व्यवस्था की जाएगी। कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. आयुष जायसवाल, गणमान्य नागरिक कृष्ण बिहारी जायसवाल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अशरफ अंसारी और खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. बलवंत सिंह सहित सरडी ग्राम पंचायत के सरपंच, मितानिनें, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और ग्रामीण मौजूद थे।