कोल्हापुर। एनसीपी (शरद गुट) अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र चुनाव को लेकर महाविकास अघाडी के नाम संदेश दिया है। दरअसल, पवार ने हार के बाद अपने सहयोगी नेताओं की हौंसला अफजाई की है। शरद ने कहा कि विपक्ष को अपनी हार पर निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि उन लोगों के पास जाना चाहिए जो महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति की भारी जीत से उत्साहित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना होगी कि सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा किए गए सभी चुनावी वादों को जल्द से जल्द लागू किया जाए, जिसमें लाडकी बहिण योजना के तहत महिलाओं को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपये करना शामिल है।पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त मतों और जीती गई सीटों के बीच तुलना आश्चर्यजनक है। पवार ने कहा कि यह सच है कि हम हार गए हैं। हमें इस पर चिंता नहीं करनी चाहिए, बल्कि लोगों के पास जाना चाहिए, क्योंकि चुनाव परिणामों को लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं दिख रहा है। बहुत नाराजगी है। सत्तारूढ़ भाजपा-राकांपा-शिवसेना गठबंधन ने 20 नवंबर को हुए चुनावों में 288 में से 230 सीटें जीतीं। पवार ने कहा कि विधानसभा में विपक्ष की ताकत कम है, लेकिन कई युवा विपक्षी विधायक एक-दो सत्रों के बाद अपनी क्षमता दिखाएंगे। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में राजनीतिक दलों द्वारा डाले गए वोटों और जीती गई सीटों के बीच तुलना आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 80 लाख वोट प्राप्त किए और 15 सीटें जीतीं, जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 79 लाख वोट प्राप्त किए और 57 सीटों पर विजयी हुई।
शरद पवार ने कहा कि अजित पवार की एनसीपी ने 58 लाख वोट प्राप्त किए और 41 सीटें जीतीं, जबकि एनसीपी (एसपी) ने 72 लाख वोट प्राप्त किए और केवल दस सीटें जीतीं। वहीं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वरिष्ठ नेता होने के नाते पवार को देश को गुमराह नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर आप हार स्वीकार करते हैं तो आप इससे बाहर निकल आएंगे। मैं आपसे अपने सहयोगियों को आत्मनिरीक्षण की सलाह देने की उम्मीद करता हूं। फडणवीस ने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में 1,49,13,914 वोट प्राप्त किए और नौ सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 96,41,856 वोट प्राप्त किए और 13 सीटें जीतीं।