अपने शरीर को साफ रखना बहुत जरूरी है, खासकर हाथों की सफाई. हाथ गंदे होने पर धोना चाहिए, लेकिन सवाल यह है कि दिन में कितनी बार हाथ धोना जरूरी है? कुछ लोग दिन में कई बार, यहां तक कि 50 बार भी हाथ धोते हैं. यह आदत सही नहीं है क्योंकि इससे त्वचा को नुकसान हो सकता है.तो आइए जानें, कब और कितनी बार हाथ धोना चाहिए.
कितनी बार धोना चाहिए हाथ?
रिपोर्ट के अनुसार विशेषज्ञ, बताते हैं कि हाथ धोने की आदत कई चीजों पर निर्भर करती है. आपके काम को देखकर, हाथ कितने गंदे हो रहे हैं. बाहर के संपर्क में आने की स्थिति में. अगर आपके हाथ धूल-मिट्टी से गंदे दिख रहे हैं, तो धोना जरूरी है. इसके अलावा, जब आप किसी पब्लिक प्लेस से आते हैं या खाने से पहले हाथों को साफ करना चाहिए. अगर हाथ धोना संभव न हो, तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
विशेषज्ञ का कहना है कि दिनभर हर छोटी बात पर हाथ धोने की जरूरत नहीं होती. हाथ धोने या सैनिटाइज करने का सही समय यह है. बाहर से घर लौटने पर, खाना खाने से पहले, किसी अन्य व्यक्ति को छूने के बाद हाथ धोना चाहिए.
हद से ज्यादा हाथ धोना बन सकता है समस्या
कुछ लोग बार-बार हाथ धोते हैं, जो कि एक मानसिक समस्या हो सकती है. इसे ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर कहा जाता है. ऐसे लोग हर समय संदेह में रहते हैं कि उनके हाथ साफ नहीं हैं. कई बार लोग अपने हेल्थ को लेकर इतने चिंतित हो जाते हैं कि बार-बार हाथ धोते रहते हैं. कुछ लोग घर की सफाई को लेकर इतना परेशान हो जाते हैं कि हर बार सफाई शुरू कर देते हैं. यह व्यवहार सामान्य नहीं है और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह जरूरी होती है.
रिपोर्ट के अनुसार, हमारी त्वचा की पहली परत में कई लाभदायक बैक्टीरिया और नेचुरल ऑयल मौजूद होते हैं, जो,त्वचा को संक्रमण से बचाते हैं. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं.
लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा हाथ धोते हैं तो इसका उल्टा असर पड़ सकता है, त्वचा की पहली परत क्षतिग्रस्त हो सकती है. त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है. बार-बार धोने से हाथों में सूजन और दर्द हो सकता है. बैक्टीरिया के खिलाफ आपकी प्राकृतिक सुरक्षा कमजोर हो सकती है.