पुलिस की निष्क्रियता से खुद को असुरक्षित महसूस रहे हैं वाहन चालक व मालिक
सीताराम नायक
जांजगीर चांपा। राष्ट्रीय राजमार्ग 49 में लगातार वाहनों से डीजल चोरी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है जहां हथियारों से लैस होकर रात्रि में डीजल चोर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं इससे जहां वाहन चालकों पर जान का खतरा मंडराने लगा है वही वाहन मालिकों को लगातार आर्थिक नुकसान होने लगी है, बावजूद इसके जिले की पुलिस इन घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों के विरुद्ध कुछ नहीं कर रही है जिसके कारण इनके हौसले बुलंद है।
इस संबंध में अवगत हो कि जांजगीर चांपा जिले में नेशनल हाईवे जो कि वर्तमान में फोरलेन के रूप में विकसित हो गया है इस सडक़ में चलने वाले वाहनों में डीजल चोरी होने का मामला आए दिन सामने आ रहा है विशेष कर मस्तूरी चौक से लेकर सक्ति के बीच सडक़ किनारे खड़े भारी वाहनों से डीजल की चोरी अनवरत होने लगी है। डीजल चोरी की इस घटना को अंजाम देने के लिए अनेक गिरोह सक्रिय हैं जो रात्रि में हथियारो से लैस होकर सडक़ किनारे खड़े वाहनों से मशीन के द्वारा डीजल की भारी मात्रा में चोरी करते हैं। विशेष कर होटल, ढाबा के सामने तथा पेट्रोल पंपों के पास खड़े वाहनों से यह डीजल चोरी की घटनाएं आए दिन हो रही है जिसके कारण वाहन मालिकों को रोजाना आर्थिक नुकसान हो रहा है तो वही वाहन चालकों पर जान का खतरा मंडराने लगा है। क्योंकि उक्त डीजल चोर गिरोह चार पहिया वाहनों स्कॉर्पियो या बोलेरो अन्य वाहनों में आकर सडक़ किनारे खड़े ट्रकों के टंकी से डीजल की चोरी चुपचाप रूप से करते हैं जो नकाब चेहरे पर लगाने के अलावा हथियार धरे होते हैं जिन्हें पकड़े जाने का डर होने पर कभी भी किसी के ऊपर वार कर सकते हैं।
वर्तमान समय में बड़े-बड़े वाहनों में केवल एक ही चालक गाड़ी चलाने के लिए होता है जिनके पास हेल्पर नहीं होता,जो दिन भर सफऱ करने के बाद किसी होटल, ढाबों या पेट्रोल पंप के सामने गाड़ी खड़ी कर आराम करते हैं इन लोगों को डीजल चोर गिरोह द्वारा शिकार बनाया जाता है। डीजल चोर अधिक संख्या में होने के कारण इन वाहन चालकों को कुछ नहीं समझते और बे खौफ होकर डीजल की चोरी कर लेते हैं। जब कभी वाहन चालकों द्वारा विरोध किया जाता है तो उन्हें जान से मार देने की धमकी दी जाती है जिसके कारण अपनी जान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाहन चालक भी चुपचाप रहना ही उचित समझते हैं।
यहां यह बताना आवश्यक है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 49 में जिस तरीके से डीजल चोरी की वारदातें हो रही हैं इसमें पुलिस विभाग के लोगों की अहम भूमिका है जो ना तो ठीक से इस मार्ग में पेट्रोलिंग करते हैं और ना ही लोगों की शिकायतों पर ठीक से अमल करते हैं। नतीजा यह है कि एक तरह से पुलिस विभाग की इन्हें संरक्षण प्रदान है जिसके कारण डीजल चोरों द्वारा लगातार घटना को अंजाम दिया जा रहा है यह किसी एक पेट्रोल पंप या किसी एक वाहनों की घटना नहीं है बल्कि बिलासपुर जिले के मस्तूरी चौक से लेकर सक्ति जिला मुख्यालय तक की दूरी को इन डीजल चोरों द्वारा टारगेट बनाकर घटना को अंजाम दिया जाता है। पिछले दिनों इसी तरह की घटना घटित होने के कारण जिला पंचायत सदस्य राजकुमार साहू ने जांजगीर थाना प्रभारी को घटाना से अवगत कराया था और इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से करते हुए सतत पेट्रोलिंग करवाने तथा चोर गिरोह को पकडऩे के लिए आग्रह किए थे किंतु इस प्रार्थना को कुछ दिन ही सुना गया उसके बाद ध्यान देना पुलिस विभाग ने बंद कर दिया ।
वहीं जब-जब पुलिस विभाग का पेट्रोलिंग नेशनल हाईवे पर होता है उस दिन डीजल चोरी की घटनाएं या तो काम हो जाती है या घटना नहीं होता परंतु जिस दिन पुलिस का पेट्रोलिंग इस मार्ग में नहीं होता उस दिन निश्चित तौर पर कोई ना वाहन डीजल चोरी का शिकार हो ही जाता है। इससे साफ है कि डीजल चोरों का निगाह पुलिस के कार्य प्रणाली पर जरूर है लेकिन पुलिस का निगाह इन डीजल चोरों पर कम ही दिखाई देता है ऐसे में वाहन मालिकों द्वारा अपने वाहनों को नेशनल हाईवे में चलाने की हिम्मत अब नहीं हो रही है क्योंकि डीजल चोरी से जहां आर्थिक नुकसान हो रहा है वही अपने वाहन चालक को भी खो देने का डर उन्हें सताने लगा है जिसे रोकने के लिए पुलिस विभाग पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है ।
ज्ञात हो कि जब से पुलिस अधीक्षक के रूप में विवेक शुक्ला पदस्थ हुए हैं तब से थाना प्रभारियों की मौज हो गई है जो अपनी मनमर्जी से कार्य कर जनता की फरियाद को अनसुना कर देते हैं प्रशासनिक कसावट कमजोर होने के कारण विवेक शुक्ला के आदेश पर ठीक से अमल नहीं किया जा रहा है जो अपने विभाग के अधिकारियों पर अंकुश लगाने में नाकाम है तो भला जिले में अपराधों को रोकने में कैसे सफलता हासिल कर पाएंगे। जबकि विजय अग्रवाल के समय में अपराधियों में पुलिस का एक बड़ा भय रहा है।