मास्को, १० दिसम्बर ।
भारत सहित 50 से अधिक देशों के नागरिकों को साइबर क्राइम का शिकार बनाने वाले रूसी अवैध कॉल सेंटर बंद कराए गए। रूसी संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध समूह का हिस्सा ये कॉल सेंटर निवेश आदि का लालच देकर भारत, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, कनाडा, ब्राजील, जापान आदि के लोगों से धोखाधड़ी करते थे। एफएसबी के अनुसार, इस नेटवर्क के 11 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है, जो जार्जिया के पूर्व रक्षा मंत्री के हितों में काम करते थे। साइबर अपराधियों ने करीब एक लाख लोगों को अपना शिकार बनाया था। अवैध कॉल सेंटर की ओर से की जाने वाली इस अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी से रोजाना की कमाई 10 लाख डालर तक पहुंच गई थी। रूस में संचालित कॉल सेंटर के प्रमुखों की भी पहचान की जा चुकी है। इसमें इजरायल और यूक्रेन के नागरिक केसेलमैन वाई.डी. शामिल है, जिसे हिरासत में लिया गया है। इजरायल और जार्जिया का नागरिक टोडवा डी. वांछित सूची में शामिल है।
रूस के एफएसबी के जांच विभाग द्वारा शुरू किए गए आपराधिक मामले के हिस्से के रूप में कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने कॉल सेंटर के रूसी कार्यालयों के प्रबंधकों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में अब भी कार्रवाई जारी है।