कोरबा, 17 दिसंबर। दक्षिण-पूर्व कोल लिमिटेड (SECL) की कुसमुंडा परियोजना खदान के 29 नंबर कोल स्टॉक में पिछले एक सप्ताह से आग लगी हुई है, जो अभी तक बुझाई नहीं जा सकी है। यहां कोयले के चूरे और अच्छे कोयले के ढेर में लगी आग धधकती जा रही है, जिससे आस-पास के इलाके में धुआं फैल रहा है।

आग बुझाने के प्रयास जारी

आग बुझाने के लिए SECL ने पानी के टैंकरों की मदद ली है, जो लगातार पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। हालांकि, कड़ाके की ठंड और ओस की बूंदों के बावजूद आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। कोयले की परतों में आग लगने के बाद, इन पर पानी डालने से काफी धुआं निकलता है, जो आसपास के वातावरण को प्रभावित कर रहा है।

कोयले के ढेर में आग का कारण

विशेषज्ञों के अनुसार, कोयले के ढेर में आग अक्सर गर्मी और हवा के कारण लगती है, खासकर जब कोयले में काफी मात्रा में चूरा जमा हो। जब ये चूरे और कोयले की परतें आपस में घुलकर जलने लगती हैं, तो आग को बुझाना काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। यही कारण है कि कई दिनों से आग बुझाने के बावजूद यह अभी तक पूरी तरह से नियंत्रित नहीं हो पाई है।