नईदिल्ली, १८ दिसम्बर ।
ईरान ने विवादास्पद हिजाब कानून को वापस ले लिया है। दुनियाभर में इस कानून की लगातार निंदा की जा रही थी। कुछ दिन पहले एक महिला गायक को बिना हिजाब के परफॉर्मेंस देने पर गिरफ्तार कर लिया था जिसके बाद बहस ने जोर पकड़ लिया था। ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने विवादास्पद हिजाब कानून के कार्यान्वयन को रोक दिया है, यह कानून शुक्रवार को लागू होने वाला था। राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने कानून के बारे में कहा कि इसमें सुधार की आवश्यकता है। पेजेशकियान ने इस साल की शुरुआत में अपने राष्ट्रपति अभियान के दौरान हिजाब को लेकर देश में महिलाओं के साथ दुव्र्यवहार के प्रति अपनी अस्वीकृति व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि जिस तरह वे अतीत में महिलाओं के सिर से हिजाब को जबरन नहीं हटा सकते थे, उसी तरह अब वे इसे उन पर थोप नहीं सकते। हमें अपनी महिलाओं और बेटियों पर अपनी इच्छा थोपने का कोई अधिकार नहीं है। व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उनका वादा उन युवा लड़कियों और महिलाओं को रास आया जो पहले से ही सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से निराश थीं।हिजाब विवाद 2022 से चल रहा है, जो महसा अमिनी की मौत से शुरू हुआ था, जिनकी ड्रेस कोड का उल्लंघन करने के बाद पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। उनकी मृत्यु के बाद, महिलाओं ने सरकार को चुनौती दी है और हिजाब नियमों का उल्लंघन किया। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी गुटों के प्रतिबंधों और दबाव के बावजूद ईरान में युवा लोग निडर दिखाई दिए थे और सरकार के सामने खड़े हो गए थे।ईरान में यूट्यूब सिंगर को बिना हिजाब पहने कॉन्सर्ट करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। ईरानी अधिकारियों ने एक महिला सिंगर को गिरफ्तार किया , जिसने ङ्घशह्वञ्जह्वड्ढद्ग पर वर्चुअल कॉन्सर्ट किया था। उनके वकील मिलाद पनाहीपुर के अनुसार, परस्तू अहमदी को शनिवार को ईरान की राजधानी तेहरान से लगभग 280 किमी दूर माजंदरान प्रांत के सारी शहर में हिरासत में लिया गया था।उनकी गिरफ्तारी गुरुवार को उनके कॉन्सर्ट को ऑनलाइन पोस्ट करने के बाद हुई, जहां उन्हें चार मेल सिंगर्स के साथ बिना आस्तीन की कॉलर वाली ब्लैक ड्रेस पहने खुले बालों में प्रदर्शन करते देखा गया था। महिला का नाम अहमदी बताया जा रहा है, उन्होंने अपनी सिंगिग को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी लिखा।
उन्होंने लिखा, ‘मैं परस्तू हूं, एक लडक़ी जो उन लोगों के लिए गाना चाहती है जिनसे मैं प्यार करती हूं। यह एक ऐसा अधिकार है जिसे मैं नजरअंदाज नहीं कर सकती।’ अहमदी ने आगे लिखा, मैं उस भूमि के लिए गाती हूं जिसे मैं पूरी लगन से प्यार करती हूं। यहां, हमारे प्यारे ईरान के इस हिस्से में, जहां इतिहास और हमारे मिथक आपस में जुड़े हुए हैं , इस काल्पनिक संगीत कार्यक्रम में मेरी आवाज सुनें और इस खूबसूरत मातृभूमि की कल्पना करें।