शाहजहांपुर, १९ दिसम्बर ।
बेवर-पीलीभीत हाईवे पर बुधवार रात बेसहारा पशु से टकराकर अनियंत्रित हुई अर्टिगा कार ट्रक में जा घुसी। इस दुर्घटना में कपड़ा व्यापारी रियासत, उनकी पत्नी, बेटी समेत पांच की मौत हो गई। इनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। कार में सवार छह अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं, उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। ये सभी लोग कांट से दिल्ली जा रहे थे। सात सीटर कार में 11 लोग सवार थे, इनमें छह बच्चे थे।कांट के नवादा नगला बनवारी गांव निवासी रियासत अली दिल्ली में रेडीमेड कपड़े के थोक व्यापारी थे। डेढ़ माह पूर्व वह गांव आए थे। पुलिस के अनुसार, बुधवार रात को रियासत, पत्नी आमना बेगम, बेटे सुब्हान, आमिर, बेटी खुशी व गुडिय़ा के साथ दिल्ली जाने के लिए घर से निकले थे। उनके साथ कासगंज के गंजडुंडवारा निवासी शालू चंद्रा, उनकी पत्नी अन्नू, छह वर्षीय बेटा अंश भी था। शालू भी दिल्ली में काम करते हैं। वह अपनी ससुराल कांट के औदापुर गांव आए थे। रियासत ने रास्ते से एक महिला व उसके साथ बच्चे को भी कार में बैठाया था। वे सभी लोग रात 10.30 बजे बेवर-पीलीभीत हाईवे पर मदनापुर के बुधवाना के पास पहुंचे थे। उसी दौरान सडक़ पर आए बेसहारा पशु से टकराकर अनियंत्रित हुई कार सामने से आ रहे ट्रक में जा घुसी। दुर्घटना में रियासत, आमना, उनकी छह वर्षीय बेटी गुडिय़ा की मौके पर मौत हो गई। अन्य महिला व बच्चे ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। कार की गति भी अधिक होने की आशंका जताई जा रही, क्योंकि उसकी टक्कर से सडक़ पर आए बेसहारा पशु की भी मौत हो गई।सात सीटर कार में रियासत व उनके परिवार के सदस्यों के साथ 11 लोग सवार थे, जिनमें पांच बच्चे थे। रात अधिक हो चुकी थी। परिजनों ने पहले रोका भी, कहा कि सुबह निकल जाना, लेकिन रियासत नहीं माने। औदापुर से शालू व उनके परिवार के लोग साथ हो लिए। जमुनिया गांव निवासी की नातिन नूर भी इन लोगों के साथ जा रही थी।
घर से निकलने के लगभग एक घंटे बाद ही हादसे की सूचना मिली तो वह रोते बिलखते वहां पहुंचे।हादसे में मरी महिला व बच्चे की शिनाख्त न हो पाने के कारण पुलिस ने शालू की ससुराल औदापुर में संपर्क साधा। फोटो खींचकर मोबाइल पर भेजे गए। जिसके बाद वहां के श्रीपाल ने अपनी बेटी अन्नू के रूप में पहचान की, जबकि छह वर्षीय नूर की शिनाख्त उसके नाना जमुनिया निवासी गुड्डू ने की। गुड्डू ने बताया कि बेटी गुलफ्शा व नातिन कुछ दिन पहले यहां आईं थीं।
दामाद दानिश दिल्ली में काम करता है। दोनों को उसके पास वापस जाना था। रियासत के दिल्ली जाने की जानकारी मिली थी तो बेटी व नातिन को भी साथ ले जाने के लिए कहा था, लेकिन इतना बड़ा हादसा हो गया।हादसे के बाद तेज धमाके के साथ कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। उसमें फंसे लोगों को बामुश्किल बाहर निकाला जा सका। हालत गंभीर थी, ऐसे में सभी को तत्काल मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया गया, लेकिन दो बच्चों समेत पांच की जान नहीं बचाई जा सकी। ट्रक चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।हादसे की जानकारी मिलते ही एएसपी सिटी संंजय कुमार सहित अन्य अधिकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। एएसपी सिटी ने बताया कि घायलों का उपचार कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ट्रक चालक पर कार्रवाई की जा रही है।