कोरबा। जिले के कटघोरा एवं कोरबा वनमंडल में हाथियों का आतंक कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां के पसान, केंदई, एतमानगर, कुदमुरा एवं करतला रेंज में बड़ी संख्या में हाथी विचरण कर रहे हैं, जिनसे ग्रामीणों की जान-माल को लगातार खतरा बना हुआ है।
बीती रात कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज अंतर्गत सेन्हा नामक ग्राम में एक ग्रामीण का हाथी से सामना हो गया। उससे बचने के लिए वह भाग रहा था कि गड्ढे में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीणों द्वारा सूचना दिए जाने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायल ग्रामीण को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान पहुंचाया, जहां उसकी स्थिति में सुधार नहीं होने पर गौरेला पेंड्रा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। वन विभाग द्वारा घायल ग्रामीण को उपचार हेतु तत्कालिक सहायता राशि दे दी गई है।
मिली जानकारी अनुसार पसान रेंज के बीजाडांड क्षेत्र में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इस दल में शामिल दो दंतैल हाथी बीती रात दल से अलग हो गया और सेन्हा गांव पहुंच गए। हाथियों के गांव पहुंचने से अनभिज्ञ मंगल सिंह पिता रनमत सिंह गोंड़ उम्र 55 वर्ष रात्रि 11 बजे अपने बुआ के घर से लौट रहा था तभी उसका सामना विशालकाय जानवर से हो गया। सामने हाथी को देख वह जान बचाकर भागा। इस दौरान एक गड्ढे में अनियंत्रित होकर गिर गया और घायल हो गया। उसने मदद के लिए ग्रामीणों से गुहार लगाई जिस पर ग्रामीण अपने-अपने घरों से निकले और दंतैल हाथियों को खदेडऩे के साथ वन विभाग को घटना की जानकारी दी जिस पर वन अमला मौके पर पहुंचकर घायल ग्रामीण को अपने वाहन से उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। यहां ड्यूटी में तैनात डॉक्टरों ने उसका प्राथमिक उपचार किया और गंभीर स्थिति को देखते हुए गौरेला स्थित जिला अस्पताल रेफर कर दिया जहां उपचार जारी है। इस बीच कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में 12 हाथियों का दल लगातार बना हुआ है। हाथियों के दल को आज सुबह कलमीटिकरा परिसर में देखा गया।
हाथियों ने क्षेत्र में उत्पात मचाते हुए कई ग्रामीणों के फसल को तहस-नहस कर दिया है जिसका आंकलन वन विभाग द्वारा किया जा रहा है। उधर करतला रेंज में घायल हाथी भी कल कॉलेज परिसर के पास पहुंच गया था जिसे देखने के लिए ग्रामीणों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी थी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच घायल हाथी की स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं होने पर वन विभाग ने उसे ट्रैंक्यूलाइज करके उपचार कराने का फैसला किया है। इसके लिए डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम आज क्षेत्र में पहुंच रही है। वहीं महावतों के भी बुलाया गया है जो करतला क्षेत्र में पहुंच गए हैं। डॉक्टरों की टीम द्वारा दिए गए सलाह के आधार पर वन विभाग ट्रैंक्यूलाइज के लिए आगे की कार्यवाही करेगी। घायल हाथी की निगरानी के लिए वन विभाग के कर्मियों की बारी-बारी से ड्यूटी भी लगाई गई है।