कोरबा। कोलफील्डस दीपिका में शॉपिंग कंपलेक्स और अन्य मामलों में प्रबंधन को पुनरीक्षित दर पर संचालकों से बिजली बिल चाहिए लेकिन हैरानी की बात यह है कि प्रबंधन की ही जमीन पर बने हुए एक पार्क में क्राफ्ट मेला लगा हुआ है जिसमें फोकट की बिजली का इस्तेमाल हो रहा है। हैरानी इस बात को लेकर है कि इस मामले में प्रबंधन जानबूझकर अनजान बन रहा है। ऐसी स्थिति में व्यवस्था पर कई प्रकार के सवाल उठ खड़े हुए हैं।
खबर में बताया गया कि लगभग 1 महीने तक क्राफ्ट मेला कोयलांचल दीपिका के अंबेडकर पार्क में चलना है। पिछले दिनों इसका शुभारंभ हुआ है। नाम के अनुरूप इस मेले में वही चीज शामिल की गई है जो इस कैटेगरी में आती हैं। एसईसीएल दीपिका गेवरा क्षेत्र में कंपनी के कर्मचारियों के अलावा प्राइवेट कंपनी से संबंधित लोगों की अच्छी खासी संख्या है और उनके पास पर्याप्त रुपए भी हैं। क्रयाशीलता काफी मजबूत होने के कारण बाहर से आने वाली पार्टियां किसी भी प्रकार के आयोजन कोई यहां पर सफल कर लेती हैं। और जब उन्हें फोकट की बिजली के तौर पर सबसे बड़ी राहत मिल जाए तो फिर कहना ही क्या। इसलिए स्थानीय क्राफ्ट मेला के मामले में आयोजकों को एक प्रकार से 100त्न डिस्काउंट मिल गया है कि वह कितनी भी बिजली उपयोग कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें कोई खर्च करना ही नहीं पड़ेगा। अंदर खाने से मिल रही जानकारी में बताया गया कि संचालक ने परेशानी से निपटने के लिए उन लोगों से सांठगांठ कर रखी है, जिनकी खुद की जमीन तो नहीं है लेकिन वह उसे अपना बताने में पीछे नहीं है। जानकारी के अनुसार एसईसीएल के कोटे की बिजली का दुरुपयोग किए जाने के मामले की शिकायत कुछ लोगों ने कंपनी प्रबंधन के साथ-साथ कोल इंडिया के अधिकारियों से भी कर दी हैं। तर्क दिया गया है कि जब स्थानीय शॉपिंग कंपलेक्स के व्यवसाईयों को आप ऊंची दर पर बिजली देने को लेकर आमादा है तो दूसरी किसी भी प्राइवेट पार्टी को मुफ्त की बिजली कैसे दे सकते हैं।