मंदसौर, 15 जनवरी ।
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) ने मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गरोठ के खेरखेड़ा गांव में सोमवार देर रात संतरे के बगीचे में चल रही सिंथेटिक ड्रग्स (एमडीएमए) की फैक्ट्री पकड़ी है। एक आरोपित को गिरफ्तार कर 80 किलो कच्ची सामग्री व 7.5 लीटर केमिकल जब्त किया गया है।अधिकारियों का कहना है कि इस सामग्री से 50 किलो एमडीएमए ड्रग्स बन सकता था। फैक्ट्री लगभग दो माह से चल रही थी। इससे पहले आरोपित दूसरी जगह ड्रग्स बना रहा था। आरोपित के विरुद्ध नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है।मध्य प्रदेश नारकोटिक्स उपायुक्त संजय कुमार ने बताया कि यहां पर एमडीएमए की फैक्ट्री चलने की सूचना मिली थी। संतरे के बगीचे के बीच सुनसान जगह पर बने मकान में चल रही फैक्ट्री से एमडीएमए ड्रग्स बनाने में उपयोग की जाने वाली मशीनरी, उपकरण और केमिकल जब्त किए गए हैं।आरोपित ने पूछताछ में यह भी बताया कि ड्रग्स बनाने के लिए आवश्यक केमिकल व अन्य सामग्री पास के खेत में गड़े हुए हैं। खोदाई कर यह सामग्री भी जब्त की गई।फैक्ट्री की तलाशी के दौरान एसीटोन, टोल्यूनि, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सोडियम सल्फेट, सोडियम कार्बोनेट, सल्फ्यूरिक एसिड, ब्रोमीन वाटर, इथेनाल आदि सामग्री-केमिकल जब्त किए गए हैं। एमडीएमए बनाने में उपयोग आने वाले यूवी कंट्रोलर, वैक्यूम ओवन, तराजू, टेस्ट-ट्यूब, फनल, पिपेट, बीकर, फ्लास्क, फिल्टर, स्टैंड, वाटर पंप, कैलीपर, तार, ड्रम, पाइप, बाल्टी, माप वाले मग, ग्लास, प्लेट आदि उपकरण और मशीनें भी जब्त की गईं।मंदसौर में क्लोरीन गैस रिसाव से हडक़ंप, चपेट में आए 8 कर्मचारी, स्कूलों में की गई छुट्टीमंदसौर में क्लोरीन गैस रिसाव से हडक़ंप, चपेट में आए 8 कर्मचारी, स्कूलों में की गई छुट्टी अफीम उत्पादक जिलों में से एक मंदसौर का एमडीएमए से संबंध पुराना है। जनवरी, 2021 में इंदौर क्राइम ब्रांच ने 70 किलो एमडीएमए ड्रग्स जब्त किया था, तब भी गरोठ के मूल निवासी दिनेश अग्रवाल व उसके पुत्र का नाम प्रमुख सप्लायरों में आया था। इसके बाद अक्टूबर, 2024 में भोपाल में भी एमडीएमए ड्रग्स फैक्ट्री पकड़ी गई थी।इसमें फैक्ट्री संचालक के रूप में मंदसौर जिले के हरीश आंजना, प्रेमसुख पाटीदार सहित राजस्थान के अखेपुर निवासी शोएब लाला का नाम भी आया था। अभी हरीश आंजना, प्रेमसुख पाटीदार भोपाल जेल में बंद हैं। शोएब लाला सहित अन्य आरोपित फरार हैं।