नई दिल्ली। साल 2017 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने साथ मिलकर लड़ा था। इसमें गठबंधन का नारा था यूपी के दो लड़के। यानी कांग्रेस के राहुल गांधी और सपा के अखिलेश यादव। उस चुनाव में तो यह नारा काम नहीं कर पाया था और उत्तर प्रदेश में भाजपा की प्रचंड बहुमत से सरकार बन गई थी। बीच में दोनों में रस्साकसी चलती रही।
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रमानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों ने आइएनडीआइए के रूप में गठबंधन को पेश किया। इसमें यूपी के दो लड़के फिर से एक साथ हो गए। धमाल भी मचाया। 80 में से 37 सीटें सपा और छह सीटें कांग्रेस को मिलीं। माना जा रहा था कि अब यूपी के लड़के एक साथ रहेंगे, लेकिन ऐसा हो न सका।
दिल्ली के चुनावी रण में पहुंचते-पहुंचते दोनों बिछड़ गए। बृहस्पतिवार को यूपी के दोनों लड़के दिल्ली में ही थे। दोनों एक ही संसदीय क्षेत्र में थे। दूरी मात्र 15 किलोमीटर की थी। अखिलेश राहुल के प्रतिद्वंद्वी यानी आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ किराड़ी में रोड शो कर रहे थे वहीं राहुल गांधी बादली विधानसभा क्षेत्र में जनसभा में थे और अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले बोल रहे थे।