
कोरबा/पाली। पंचायती चुनाव के इस माहौल में गांवों के चौपालों में अपने- अपने प्रत्याशियों को लेकर चर्चाओं का दौर है। कुछ पुराने सरपंच आरक्षण के हिसाब से स्वयं अथवा पत्नी को मैदान में उतार पुन: किस्मत आजमाने को तैयार है, तो वहीं सरपंच पद के नए चाहवानों ने भी लोगों की नब्जें टटोलनी शुरू कर दी हैं। भावी सरपंच लोगों को विकास व सेवा का आईना दिखा रहे हैं तो वहीं मौजूदा सरपंच विकास का लेखा- जोखा लोगों के सामने रखते हुए एक मौका और देने बात कह रहे हैं। अपने- अपने कार्यकाल में मौजूदा पंचायतों ने गांवों में क्या विकास करवाया और क्या अभी अधूरा है, इस पर पाली विकासखण्ड के एक ग्राम पंचायत उड़ता के विकास कार्यो की ग्राउंड रिपोर्ट से अवगत करवा रहे है। इस गांव में वैसे तो कोई बड़ी शख्सियत नही है, लेकिन यहां की निवर्तमान महिला सरपंच द्वारा अपने दो पंचवर्षीय कार्यकाल में करोड़ो के विकास को धरातल पर उतारा है। इस ग्राम की जनसंख्या लगभग 2300 और 1560 मतदाता संख्या है। यहां महिला सरपंच के दस वर्षीय कार्यकाल में विकास कार्यों पर नजर दौड़ाई जाए तो एक बड़ी राशि विकास पर खर्च हुई है। गांव की बागडोर संभालते हुए सरपंच श्रीमती मीना कंवर ने बुनियादी सुविधाओं और निर्माण कार्यों से गांव की तस्वीर बदलने का दम्भ भरा है। हालांकि इसके पूर्व सरपंच कार्यकाल के समय मे भी विकास पर मोटी राशि खर्च हुई लेकिन मौजूदा समय और पूर्व समय के बीच विकास कार्यों की तुलना करने पर सामने आया कि इस समय गांव विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर हुआ है। सरपंच मीना कंवर के कार्यकाल में वैसे रिकॉर्ड विकास हुआ है। इसका प्रमाण गांव के हर हिस्से में स्पष्ट तौर पर नजर आता है। लेकिन सरपंच ने गांव की बागडोर संभालते ही सर्वप्रथम गांव की 3 सबसे बड़ी समस्याओं को सुलझाने की प्रक्रिया शुरू की। पंचायत ने सर्वप्रथम पेयजल व्यवस्था की दिशा में 5 स्थानों पर सोलर चलित ड्यूलपम्प और अनेक जगहों पर बोर खनन कार्य करा उसमें सबमर्सिबल, सिन्टेक्स के माध्यम से पीने के पानी की समस्या को दूर की। शिक्षा व्यवस्था पर हाईस्कूल में शिक्षकों की कमी दूर करने 2015 से 2018 तक तीन शिक्षा सत्र में पंचायत की ओर से अतिथि शिक्षक के माध्यम से छात्र- छात्राओं की पढ़ाई में आ रही व्यवधान दूर की, तो छात्र- छात्राओं के प्रोत्साहन हेतु 10वी में प्रथम आने वाले को 5 हजार और 8वी प्रथम को 500 रुपए की राशि प्रदान की जाती है। इसके अलावा बोर्ड परीक्षा में 92 प्रतिशत से ऊपर अंक लाने वाले प्रतिभावान बच्चों को 21 हजार प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई है। सडक़ों को लेकर पटेलपारा से बस्तीपारा आधा किलोमीटर व उड़ता से सिरबिदिहापारा एक किलोमीटर की सीसी कांक्रीट सडक़ का निर्माण कराई। इसके अलावा गांव की गलियों का कांक्रीटीकरण, नाली, आंगनबाड़ी भवन, पचरी, मंच, सामुदायिक भवन, पुलिया निर्माण के कार्य को प्राथमिकता दी। निवर्तमान सरपंच के मुताबित गांव के विकास पर करोड़ो खर्च हुए है। गत 2015 में प्रथम बार निर्वाचित होने वाली सरपंच मीना कंवर की सबसे बड़ी उपलब्धि मनरेगा कार्यों को लेकर माना जा रहा है। जिन्होंने जीत हासिल करने के बाद सर्वप्रथम मनरेगा मजदूरों की समस्या का निराकरण करते हुए उक्त कार्यों में नियोजित मजदूरों के लंबित 37 लाख के मजदूरी भुगतान कराकर उन्हें राहत दी। वहीं अपनी कार्यकाल में मनरेगा के तहत अनेको तालाब का निर्माण, भूमि समतलीकरण, गहरीकरण कार्य, डबरी, कुंआ निर्माण के कार्य कराकर जाब कार्डधारी स्थानीय ग्रामीण मजदूरों को भरपूर रोजगार मुहैया कराई। जिससे इस ग्राम के लोगों को काम की तलाश में बाहर जाने की आवश्यकता महसूस नही हुई। जिसके लिए ग्रामीण उनके कार्यकाल की सराहना कर रहे है।
करोड़ो के विकास कार्यो से गांव को बेहतर बनाने वाली निवर्तमान सरपंच मीना कंवर के पति कुमार सिंह कंवर इस बार चुनाव मैदान में प्रत्याशी बन उतरे है। उनका कहना है कि ग्राम के विकास में मेरी पूरी पंचायत वासियों ने अति सराहनीय सहयोग मेरी पत्नी को दिया। जिस विकास के गति को आगे बढ़ाने के लिए मैने सरपंच चुनाव लडऩे का फैसला लिया है। मुझे गांव की जनता पर पूरा भरोसा है कि आशीर्वाद स्वरूप अपना मत मुझे देंगे। यदि जनता मुझ पर यकीन जताती है तो मैं उनके भरोसे पर खरा उतरने हरसंभव प्रयास करूंगा। ग्राम के पात्र लोगो को आवास, पट्टा, पेंशन का लाभ दिलाने प्रयत्नशील रहूंगा तथा जो विकास कार्य नही हो पाए उन्हें पूर्ण कराकर अपनी पंचायत को मॉडल पंचायत की श्रेणी में लाने प्रयास करूंगा।