नई दिल्ली। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की कैबिनेट में कोई उद्योगपति है तो कोई डॉक्टर है। मंत्रिमंडल में हर वर्ग और अलग-अलग कार्यक्षेत्र के लोगों को शामिल किया गया है। जहां अधिवक्ता, महिलाओं और वैश्य समाज का प्रतिनिधित्व स्वयं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता कर रही हैं, तो वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग व जाट समाज से प्रवेश साहिब सिंह प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पहली बार दो-दो मंत्री ऐसे हैं जो पूर्वांचल से संबंध रखते हैं। इसके साथ ही मंत्रिमंडल के सदस्य सिख, पंजाबी और अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व भी कर रहे हैं। मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह दंत चिकित्सक हैं।

पूर्ववर्ती केजरीवाल सरकार में शुरुआत के सात वर्ष में महिला मंत्री का कैबिनेट में न होने का उठने का मुद्दा उठता रहा था लेकिन बाद में आतिशी कैबिनेट का हिस्सा बनीं और वह सीएम भी बनी थीं लेकिन इस बार चूंकि सत्तापक्ष से कोई भी मुस्लिम विधायक जीतकर नहीं आया है। इसलिए मुस्लिम समाज का कोई व्यक्ति कैबिनेट में नहीं है। रेखा गुप्ता ने हर वर्ग और अलग-अलग व्यवसाय समूह का ध्यान रखकर अपनी कैबिनेट का गठन किया है। कैबिनेट में पांच सदस्यों की औसत आयु 41 से 50 वर्ष है ,जबकि दो मंत्रियों की औसत आयु 51 से 60 वर्ष है। सबसे अमीर मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा हैं तो वहीं सबसे कम संपत्ति वाले मंत्रियों में कपिल मिश्रा का नाम शामिल है।

सिरसा के पास सबसे ज्यादा 248 करोड़ की संपत्ति

सिरसा के पास 248 करोड़ की संपत्ति है, तो कपिल मिश्रा के पास 1.06 करोड़ की संपत्ति है। एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफा‌र्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट की अनुसार कैबिनेट मंत्रियों की औसत संपत्ति 56.03 करोड़ है। सीएम रेखा गुप्ता और मंत्री रविंद्र इंद्रराज को छोड़कर सभी मंत्रियों पर आपराधिक या गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।