
कुसमी। बलरामपुर जिले के सामरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पुंदाग, चरहू व पीपरढाबा में नक्सली बैनर-पोस्टर लगाने के मामले में पुलिस ने चरहू चुनचुना गांव के ही 2 युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पंचायत एवं निकाय चुनाव में शांति भंग करने तथा ठेकेदारों से पैसा वसूली करने के उद्देश्य से नक्सलियों के नाम पर बैनर-पोस्टर लगाया था। वे नक्सल प्रभावित रहे उक्त इलाकों में माओवादियों के नाम पर भय उत्पन्न करना चाहते थे, जबकि वे किसी भी नक्सल संगठन से जुड़े नहीं हैं। आरोपियों के पास से बैनर-पोस्टर से जुड़ी सामग्री भी जब्त की गई है। 3 फरवरी 2025 की सुबह बलरामपुर जिले के पुंदाग, चरहू व पीपरढाबा के ग्रामीण अटल चौक व दीवारों पर माओवादी बैनर देखकर सकते में आ गए। पुंदाग के अटल चौक, चुनचुना-पुंदाग के सरहद पर बने गोठान के सेग्रीग्रेशन शेड की दीवार के साथ चुनचुना पंचायत के चरहु निवासी स्व. सोनू उर्फ सनीउल्ला के सूने मकान की दीवार व एक अन्य स्थान पर झाडिय़ों के समीप मिलाकर कुल चार जगह नक्सल बैनर लगाए गए थे। चार स्थानों पर लगाए गए इन बैनरों में भाकपा माओवादी संगठन की ओर से पुलिस-प्रशासन व वन विभाग को होश में आने के साथ ही सड$क निर्माण बंद करने, पेड़ कटाई बंद करने, जल-जंगल-जमीन हमारा है आदि धमकी भरी बातें लिखी गईं थी। इसकी सूचना मिलने पर फोर्स ने गांव में पहुंचकर सभी बैनर-पोस्टर्स जब्त कर लिए थे। वहीं इस मामले में सामरी थाने में छग विशेष जन सुरक्षा अधिनियम की धारा 8 (1), 3(5) के तहत आरोपियों की खोजबीन जारी थी। मामले को लेकर एसपी बेंकर वैभव रमनलाल के मार्गदर्शन तथा एएसपी विश्व दीपक त्रिपाठी और एसडीओपी इम्मानुएल लकड़ा के पर्यवेक्षण में पुलिस टीम जांच में लगी हुई थी। पुलिस टीम को विवेचना के दौरान ग्राम पुंदाग, चरहू, पीपरढाबा व चुनचुना के ग्रामीणों से पूछताछ दौरान तथ्य प्राप्त हुआ कि बहुत दिनों से नक्सलियों का आना-जाना बंद है। नक्सलियों द्वारा किसी को भेजकर बैनर लगवाया गया है या गांव का ही कोई व्यक्ति माओवादियों के नाम पर इस अपराध में शामिल है। इस पर पुलिस टीम ने शक के आधार पर चरहू चुनचुना निवासी इस्लाम अंसारी पिता स्व. तुफैल अंसारी 35 वर्ष व आबिद खलीफा पिता अली खलीफा 38 वर्ष को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने नक्सलियों के नाम पर बैनर-पोस्टर लगाना स्वीकार किया। इस पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी नक्सलियों के नाम पर भय उत्पन्न कर पंचायत चुनाव में शांति भंग करने के साथ ही सड$क ठेकेदारों से पैसे वसूलना चाहते थे, इसलिए उन्होंने बैनर-पोस्टर लगाए थे। आरोपी इस्लाम झारखंड के बरगड़ जाकर वहां दुकान से लाल कपड़ा, श्रृंगार स्टोर से पेंट, क्रश व सेलो टेप खरीदकर घर लाया था। फिर दोनों मिलकर लाल कपड़े में धमकी भरी बातें पेन से लिखे, फिर उसके ऊपर सफेद पेंट चढ़ाकर अलग-अलग स्थानों पर लगा दिए थे। आरोपियों के पास से लाल कपड़े का बचा हुआ हिस्सा तथा पेंट, ब्रश व भाकपा माओवादी का लेटर पैड व घटना में प्रयुक्त बाइक जब्त किया गया है।





























