
रायपुर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं संयुक्त किसान मोर्चा के नेता चौधरी राकेश टिकैत 4 दिन के प्रवास पर रायपुर पहुंचे ।वे 18 मार्च को महासमुंद के सांकरा और 19 को धमतरी में आयोजित किसान पंचायतों और बैठकों को संबोधित करेंगे। एयरपोर्ट में टिकैत ने मीडिया के साथ चर्चा में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जबरदस्ती लाये गए कॉरपोरेट परस्त किसान कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी कानून के खिलाफ चले तेरह महीने की आंदोलन के बाद हालांकि कानून वापस ले लिया। परन्तु किसानों से जो उस दौरान सभी फसलों के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशो के अनुरूप सभी फसलों का समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी लागू करने, आंदोलनकारी किसानों पर लगे कानूनी मामलो को वापस लेने, आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा देने, शहीद स्मारक बनाने आदि विषयों पर लिखित आश्वासन दिया था।
जिसे आज तक पूरा नहीं किया गया है। इसके बजाय केंद्र सरकार कृषि क्षेत्र का पूर्ण रूप से निगमीकरण करने की मंशा रखते हुए नई कृषि विपणन एवं व्यापार नीति के माध्यम से पुनः काले कृषि क़ानून क़ो किसानों पर थोपा जा रहा है। जिसके खिलाफ देशभर में किसानों की महापंचायत का लगातार आयोजन किया जा रहा है। टिकैत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में केन्द्र द्वारा धान की समर्थन मूल्य में 117 रूपये प्रति क्विंटल वृद्धि किसानों क़ो नहीं मिलने, रासायनिक खाद की जारी खुलेआम कालाबाजारी, छुट्टे घूमने वाले मवेशियों से किसान व आम राहगीरों को होने वाली परेशानी, चना उत्पादक किसानों क़ो समर्थन मूल्य व कोई प्रोत्साहन नहीं मिलने, लो वोल्टेज की समस्या से रबी फसल बोने वाले किसानों क़ो पर्याप्त बिजली नहीं मिलने व किसान आत्महत्या जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे।