
ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की कोई योजना नहीं है, लेकिन अवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान हत्या और मानवता के खिलाफ अपराध सहित अन्य अपराधों के आरोपितों को अदालतों में मुकदमे का सामना करना पड़ेगा।
सरकार ने चुनावों के लिए दो संभावित समयसीमाएं निर्धारित की
बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार की मुहम्मद यूनुस के प्रेस विभाग ने गुरुवार को बयान में यह जानकारी दी। एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बात करते हुए मुहम्मद यूनुस ने कहा कि सरकार ने चुनावों के लिए दो संभावित समयसीमाएं निर्धारित की हैं।
मतदान में देरी नहीं की जाएगी- यूनुस
यूनुस ने कहा कि मतदान में देरी नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि राजनीतिक दल चुनाव से पहले केवल सीमित सुधार चाहेंगे तो मतदान दिसंबर में होगा। हालांकि, यदि वे अधिक व्यापक सुधार पैकेज का अनुरोध करते हैं, तो चुनाव अगले साल जून में हो सकते हैं।
टीवी चैनल के साथ एक साक्षात्कार में गबार्ड ने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के “उत्पीड़न और हत्या” का आरोप लगाया और कहा कि देश में इस्लामी आतंकवादियों का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के नए मंत्रिमंडल और बांग्लादेश सरकार के बीच बातचीत अभी शुरू हुई है, लेकिन यह चिंता का एक मुख्य केंद्र बना हुआ है।
अमेरिकी सरकार और राष्ट्रपति ट्रंप भी चिंतित
भारत में मौजूद अमेरिकी खुफिया एजेंसी की निदेशक तुलसी गबार्ड ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं, बौद्धों, ईसाइयों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों का लंबे समय से उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन लोगों की हत्या और उनके साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं से अमेरिकी सरकार और राष्ट्रपति ट्रंप भी चिंतित हैं।
तुलसी गबार्ड ने पूरी दुनिया के सामने रख दिया है मुद्दा
बांग्लादेश में हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। यहां तक की उनके घरों और हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ और आगजनी की भी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अब इसी सच्चाई को अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने पूरी दुनिया के सामने रख दिया है, जिसके बाद से यूनुस सरकार आगबबूला हो गई है।


































