सबसे बड़ा कारण एजीएस का कुप्रबंधन
कोरबा। औद्योगिक नगर कोरबा में राष्ट्रीय कृत और निजी बैंकिंग संस्थाओं के द्वारा लोगों को वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। समय के साथ हुए बदनाम को भी इन बैंकिंग संस्थाओं ने अपनाया है और अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। इसके कारण लोगों का आकर्षण इनके तरफ होना स्वाभाविक है। इन सब के बावजूद हैरानी की बात यह है कि कोरबा में उत्कर्ष और यश बैंकों के द्वारा शुरू किए गए एटीएम लगभग 2 महीने से डीएक्टिव है। इस स्थिति में लोगों को इसे किसी प्रकार की सहूलियत नहीं मिल पा रही है। पता चला है कि पूरा पचड़ा एजीएस ट्रांजेक्शन का है, जिसके रवैये के कारण बैंकों ने उसका भुगतान ड्राप कर दिया है।
खबर के अनुसार शहरी क्षेत्र में यश और उत्कर्ष के अलावा और भी कई बैंक है जिनके एटीएम मौके पर बने हुए थे लेकिन उपयोगी साबित नहीं हो पा रहे हैं। काफी समय पहले इनमें नगदी का संकट हुआ और फिर आगे तकनीकी फाल्ट की बात कहते हुए इन्हें एक प्रकार से बंद कर दिया गया। एटीएम बूथ में पहुंचने पर लोगों को इस बारे में सूचना मिलती है और वह वहां से बैरन लौट के बाद दूसरे विकल्प को अपनाने के लिए मजबूर होते हैं। पता चला कि लगभग 2 महीने से इस प्रकार की अव्यवस्था अनेक बैंकों के एटीएम में कायम है। जानकारी मिली है कि एजीएस के कुप्रबंधन के कारण बैंकों ने उसका भुगतान रोक दिया तो इसके बदले कंपनी है अपनी व्यवस्था को ठीक करने के बजाय सेवा ही बंद कर दी। इस चक्कर में परेशानी कुल मिलाकर जनता को रही है।
सेवा प्रदाता की भूमिका है एजीएस की
एजीएस ट्रांज़ैक्शन टेक्नोलॉजी कंपनी, बैंकों और कारोबारियों को डिजिटल और नकद भुगतान सेवाएं देती है। यह कंपनी एटीएम, कैश मैनेजमेंट, और डिजिटल भुगतान सेवाएं देती है। एजीएस कंपनी ऑटोमोटिव सॉल्यूशंस कंपनी, स्नेहक, ब्रेक, ईंधन, और ट्रांसमिशन लाइनों का निर्माण करती है। एजीएस नकद प्रबंधन सेवाएं सहित नकद पारगमन और रसद की भी व्यवस्था करती है।