कोरबा। भीषण गर्मी की वजह से जिले में बिजली की मांग अचानक से बढ़ गई है। अप्रैल अभी खत्म भी नहीं हुआ है और जिले में बिजली की खपत रिकार्ड 195 मेवागाट पार हो चुकी है। इसकी वजह से माह के शुरूआत में करीब पांच ट्रांसफार्मर फेल हो चुके हैं। इससे विद्युत विभाग की परेशानी बढ़ गई।मौसम दिन-ब-दिन रुख बदल रहा है। सूर्यदेव के तीखे तेवर लोगों के पसीने छुड़ा रही है। इसकी वजह से जिले में पहली बार वित्तीय सत्र के पहले माह यानी अप्रैल में अभी 195 मेगावाट बिजली की खपत हो चुकी है। यह अब तक का सबसे अधिक बिजली खपत है। जबकि अप्रैल को समाप्त होने में अभी सप्ताह भर का और समय है। विभाग की ओर से इस माह बिजली की मांग 210 मेगावाट से पार होने का अनुमान लगाया है। विभाग का दावा है कि उन्होनें इसकी तैयारी कर ली है। बिजली की मांग की वजह जिले में पड़ रही भीषण गर्मी को बताया जा रहा है। जिले का तापमान 44 डिग्री के करीब पहुंच गया है। लोग गर्मी से राहत पाने के लिए शहरी क्षेत्र में जहां ठंडी हवा के लिए घर-घर में पंखे, कूलर, वातानुकूलित मशीन (एसी) के अलावा ठंडे पेय पदार्थ के लिए फ्रीज और फ्रीजर का उपयोग कर रहे हैं। बिजली की खपत करने में ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी पीछे नहीं है। यहां भी लोग पंखा और कूलर सबसे अधिक उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों में लगाए गए वाटर कूलर, वर्तमान में शादी समारोह के सीजन में पार्टियों में रंग-बिरंगी झालर लाइटों की उपयोगिता से बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है। इसका असर संबंधित क्षेत्र के ट्रांसफार्मर पर पड़ रहा है।