जांजगीर-चांपा। अकलतरा नगर के शाखी चौक में 20 अप्रैल को जाम लगने एवं मारपीट का कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी एवं अन्य युवकों का विवाद 25 अप्रैल की रात 9 बजे इतना बढ़ गया कि उग्र भीड़ के सामने बेबस पुलिस के द्वारा स्वयं को पुलिस थाने में बंद करने को विवश होना पड़ गया। पुलिस द्वारा किसी तरह उग्र भीड़ को थाने से बाहर निकाल कर थाने के मुख्य शटर एवं समस्त दरवाजे को बंदकर स्थिति संभाली गई।
अकलतरा में 20 अप्रैल की घटना को लेकर मीडिया कर्मी के द्वारा कुछ युवकों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया था वहीं दूसरे पक्ष से भी मीडिया कर्मी सहित अन्य युवकों के विरुद्ध एट्रोसिटी के अंतर्गत शिकायत दर्ज कराई गई थी। 25 अप्रैल को रात 8.00 बजे पिकअप में कुछ युवकों के द्वारा लटिया
फाटक के पास मीडिया कर्मी के भाई एवं उसके मित्र की मारुति डिजायर कार के ऊपर पत्थर से कार का शीशा तोडऩे का प्रयास किया गया। इसके पश्चात पिकअप सवार युवकों के द्वारा शास्त्री चौक में लाठी एवं डंडा लहराकर शाखी चौक से गुजर रहे राहगीरों
एवं वहां के व्यापारियों के साथ गाली गलौज किया गया। जिससे भयभीत होकर शास्त्री चौक के व्यापारियों के द्वारा अपनी अपनी दुकान बंद कर दी गई। रात 8.45 बजे मीडियाकर्मी, उसका भाई एवं मित्र पुलिस थाना पहुंचे एवं अपने ऊपर हुए हमले की
जानकारी दे रहे थे इसी दौरान लगभग 200 की संख्या में उग्र भीड़ भी पुलिस थाना पहुंच गई। पुलिस थाने के अंदर मीडिया कर्मी एवं उसके भाई से मारपीट किया गया। मारपीट के दौरान पुलिस कांस्टेबल के द्वारा बीच बचाव करने का प्रयास किया गया तो पुलिस कांस्टेबल के साथ भी झूमाझटकी की गई। पुलिस के द्वारा किसी तरह उग्र भीड़ को थाने से बाहर निकाल कर थाने के मुख्य शटर एवं समस्त दरवाजों को बंद कर उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। उच्च अधिकारियों को सूचना मिलने पर देर रात एडिशनल एसपी उमेश कश्यप एवं बलौदा थाना प्रभारी, पामगढ़ थाना प्रभारी, मुलमुला थाना प्रभारी सहित 70-80 पुलिस के जवान अकलतरा थाना पहुंचे तब तक भीड़ थाने से हट चुकी थी। पुलिस के द्वारा थाना एवं शास्त्री चौक में लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज निकाल कर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।