
कोरबा। अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 30 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन वैवाहिक कार्यक्रम सहित सभी मंगल कार्यों के लिए अत्यंत विशिष्ट मुहूर्त है।। अक्षय तृतीया पर मां लक्ष्मी की आराधना को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से कामना की पूर्ति होती है और परिवार में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है। अक्षय तृतीया का पर्व इस वर्ष दुर्लभ संयोग बन रहा है। बुधवार का दिन, रोहिणी नक्षत्र, शोभन योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग एक साथ बन रहे हैं। इस दुर्लभ संयोग में किया गया शुभ कार्य से अक्षय फल देने वाला होगा। जीवन में सुख, समृद्धि तथा उन्नति के द्वार खोलेगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया को युगादि तिथि भी कहा जाता है। इस दिन दान, जप, तप, हवन आदि कर्मों का फल अत्यंत लाभदायक होता है। इसके लिए श्रद्धालुओं ने तैयारी दो दिन पहले से शुरू कर दी है। इस विशिष्ट मुहूर्त पर वैवाहिक कार्यक्रम, सोने-चांदी के जेवर, भू-खंड की खरीदी सहित अन्य कार्य को लेकर लोगों ने योजना बनाई है। ज्योतिषविद पंडित सतीश शुक्ल ने बताया कि अक्षय तृतीया 30 अप्रैल, बुधवार को मनाई जाएगी। तृतीया तिथि 29 अप्रैल को रात 11.47 बजे से प्रारंभ होगी, जो 30 अप्रैल को रात 09.37 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को ही मनाया जाएगा।