
सक्ती। सक्ती जिले के सुकाल सागर तालाब से अवैध खनन का मामला सामने आया है। नंदेली ग्राम पंचायत के इस शासकीय तालाब से रोजाना मिट्टी निकाली जा रही है।
खनन माफिया बिना किसी लाइसेंस या परमिट के ट्रैक्टर, हाईवा और जेसीबी मशीनों से दिन-रात खनिज निकाल रहे हैं। इस अवैध कारोबार से खनिज विभाग को लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देशों के बावजूद तालाब का अस्तित्व खतरे में है। कोर्ट ने जलस्रोतों की अधोसंरचना के उचित रखरखाव का आदेश दिया है।
खुले बाजार में बेच रहे खनिज
सक्ती क्षेत्र के कई गांवों और नदी किनारे के इलाकों में भी यह अवैध खनन जारी है। निकाले गए खनिज को खुले बाजार में बेचा जा रहा है। इस पूरे मामले में खनिज विभाग की भूमिका संदिग्ध है। विभाग के अधिकारी न तो मौके पर पहुंच रहे हैं और न ही कोई कार्रवाई कर रहे हैं।
जल स्रोतों का बहाव प्रभावित
अवैध खनन से पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। खेतों की मेढ़ टूट रही है और जल स्रोतों का बहाव प्रभावित हो रहा है। खनन माफिया को प्रतिदिन लाखों की अवैध कमाई हो रही है, जबकि शासन को राजस्व नहीं मिल रहा है।
स्थानीय लोगों ने कई बार इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई। कुछ मामलों में नाम मात्र की औपचारिक जांच हुई।