बलिया, १९ मई ।
किसान सम्मान निधि की सूची में 12 हजार दंपत्ति शामिल होकर दोनों लाभ रहे थे। 19वीं किस्त तक सभी ने यह लाभ लिया है। कृषि विभाग के सत्यापन में यह मामला पकड़ में आया है। इसके बाद कृषि विभाग की ओर से कहा गया है कि दंपत्ति में से किसी एक को ही यह लाभ मिलेगा। इस तरह से छह हजार को सूची से बाहर किया जाएगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की सूची में 5656 आयकर भी शामिल हो गए थे। इन आयकरदाताओं ने कई किस्तों में 4.29 करोड़ 40 हजार रुपये लिए हैं। सत्यापन जब यह प्रकरण पकड़ में आया तो सभी से रकवरी की कार्रवाई हो रही है, लेकिन भारी संख्या में आयकरदाता पैसे वापस नहीं कर रहे हैं। कृषि विभाग की ओर से बार-बार नोटिस दी जा रही है, लेकिन अभी तक मात्र 800 आयकर दाताओं ने 62.28 लाख रुपये ही वापस किए हैं। शेष धनराशि की रिकवरी के लिए कृषि विभाग नोटिस गेम खेल रहा है। जिले में 7752 मृतक, 29,496 भूमिहीन किसानों के खाते में सम्मान निधि की राशि जा रही थी, लेकिन 13वीं किस्त से यह बंद हो गई है।प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत वर्ष 2018 में रबी के सीजन में ही हुई थी। उस समय जिले के 4.50 लाख किसानों के खाते में पहली किस्त 90.08 करोड़ 10 हजार रुपये पहुंची थी, लेकिन उसके बाद से सत्यापन कार्य शुरू होने के बाद योजना में शामिल किसान कम होने लगे। ई-केवाईसी नहीं कराने के चलते भी में पंजीकृत लगभग 1.24 लाख किसान योजना से बाहर हो गए थे।
18वीं किस्त तक योजना में 3.26 लाख किसान लाभ पाए थे। 19वीं किस्त में 1.29 लाख किसान फिर से जुड़ गए। 19वीं किस्त 24 फरवरी को जारी हुई थी। इसमें जिले के 4.55 लाख किसानों के खाते में 91 करोड़ धनराशि पहुंची थी।प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में शामिल लाभर्थियों के सत्यापन में 12 हजार दंपत्ति चिह्नित किए गए हैं। इसमें छह हजार को सूची से बाहर कर रिकवरी भी की जाएगी। आयकरदाताओं को बार-बार नोटिस जारी की जा रही है। कुछ लोग धनराशि जमा कर रहे हैं। अब उन पर भी सख्ती का जा रही है।