नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की ओर से फिर से लगाए गए आरोपों पर चुनाव आयोग ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कहा- यदि महाराष्ट्र में फर्जी वोटर बनाए गए है तो कांग्रेस अब तक इसकी शिकायत क्यों नहीं कर रही है? निर्वाचन आयोग ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची तैयार करने के दौरान 90 शिकायतें मिली थीं, जिनका त्वरित समाधान किया गया था। उसके बाद से आयोग को एक भी नई शिकायत नहीं मिली है।

फर्जी मतदाता बनाए गए

साथ ही यह भी कहा कि महाराष्ट्र के एक लाख से अधिक बूथ लेवल आफीसर (बीएलओ) अब तक ऐसी शिकायतों का इंतजार कर रहे हैं। यदि फर्जी मतदाता बनाए गए है तो कांग्रेस उसे क्यों नहीं चैलेंज कर रही है? राहुल गांधी के आरोपों को पहले ही आयोग द्वारा खारिज किया जा चुका है, लेकिन एक बार फिर से इस मुद्दे को उठाने के बाद आयोग ने फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। वैसे सभी राजनीतिक दलों के साथ चुनाव सुधारों को लेकर विमर्श करने में जुटे आयोग की कांग्रेस पार्टी को छोड़कर दूसरे सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों के साथ चर्चा हो चुकी है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल ने लगाए आरोप

कांग्रेस के साथ भी चर्चा 15 मई के आसपास प्रस्तावित थी, लेकिन पहलगाम आतंकी घटना के बाद पाकिस्तान के खिलाफ ऑरपेशन सिंदूर शुरू हो जाने के चलते इसे बाद में टाल दिया गया था। अब कई राज्यों में हो रहे उपचुनाव के खत्म होने के बाद ही इसके होने की संभावना है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी की ओर से फिर से लगाए गए आरोपों को बैठक से पहले आयोग को घेरने से जोड़कर भी देखा जा रहा है।

महाराष्ट्र चुनाव में धांधली के लगाए गए आरोपों बोला आयोग

कांग्रेस नेता की ओर से महाराष्ट्र चुनाव में धांधली के लगाए गए आरोपों पर आयोग ने कहा कि चुनाव में हार के बाद रेफरी को दोष देना एक नई आदत बन गई है। राहुल के आरोप बेतुके हैं। कोई भी गलत सूचना न केवल कानून के प्रति अनादर है बल्कि इस प्रक्रिया में अपने स्वयं के राजनीतिक दल के नियुक्त हजारों प्रतिनिधियों को भी बदनाम करती है।