
कोरबा। बहुउद्देशीय हसदेव बैंगन बांध परियोजना का जलस्तर हाल में हुई बारिश के असर से अब 131 मीटर तक पहुंच गया है। कोरिया जिले और कोरबा जिले में बरसात के सकारात्मक रूप के कारण अब यहां की जलप्रपात क्षमता में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है।
ग्रीष्मकल में रवि फसल के लिए पहली बार बड़ी मात्रा में बांध से पानी छोडऩे की कार्रवाई की गई। वर्ष 2000 के बाद पहली बार ऐसे हालात बने जब बांध में केवल 26 $फीसदी पानी शेष रह गया। तब से लगातार इस बात की चिंता जताई जा रही थी कि अगर वर्ष 2025 में बारिश का रुख बेहतर नहीं होता है तो आगे लेने की देने पड़ सकते हैं और ऐसी स्थिति में यहां से पानी छोडऩे की सुविधा नहीं दी जा सकेगी। जून से अब तक की स्थिति में हुई बारिश के कारण हसदेव बांगो बांध में अब तक लगभग 31फीसदी पानी की उपस्थिति तय हुई है। बांध परियोजना के कार्यपालन अभियंता अरविंद नीखरा ने बताया कि मौजूदा स्थिति में जल भराव स्तर 131 मीटर हो गया है। 145 मीटर तक जल भराव होने के बाद यहां से पानी छोडऩे के हालात बनेंगे।याद रहे विश्व बैंक के सहयोग से पूर्ववर्ती मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा हसदेव बांगो बांध परियोजना का निर्माण कराया गया था जो 1992 तक पूरा हो सका। तब से लगातार कोरबा जिले में उद्योगों के अलावा कोरबा सहित जांजगीर चंपा और शक्ति में कृषि व नागरिक आवश्यकताओं की पूर्ति इसके माध्यम से सुनिश्चित हो रही है।