
सुरजपुर। सांसद चिंतामणि महाराज ओड$गी विकासखंड के दूरस्थ वनांचल ग्राम पंचायत छतौली के आश्रित ग्राम बड़वारीपारा पहुंचे। यहां 35-40 पंडो परिवार निवास करते हैं। सांसद ने यहां चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और निराकरण का भरोसा दिया। वहीं सांसद ने गांव में मूलभूत सुविधाओं पानी, बिजली, आंगनबाड़ीव स्कूल की कमी व समस्याएं देखकर अधिकारियों को फटकार लगाते हुए नाराजगी जताई।
दरअसल ग्राम पंचायत छतौली में 35-40 पंडो जनजाति परिवार मूलभूत सुविधाओं से वर्षों से वंचित हैं। पानी, बिजली जैसी समस्याएं लंबे समय से बनी हुईं हैं। स्कूल व आंगनबाड़ी भी नहीं हैं। ऐसी स्थिति तब है जब जनजातियों के लिए ही पीएम जनमन योजना संचालित की जा रही है। इसके अलावा भी केंद्र व राज्य सरकार की कई योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। सांसद ने योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन नहीं होने को लेकर नाराजगी जताई व अफसरों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने मौके पर उपस्थित शिक्षा व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत तत्काल स्कूल व आंगनबाड़ी प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
इस दौरान सत्यनारायण सिंह, अवध पाठक, रामपाल जायसवाल, गया जायसवाल, राजेश्वर तिवारी, प्रदीप द्विवेदी, अशोक गुप्ता, मुकेश श्रीवास्तव, नवीन गोयल, पुनीत पाठक, शिवप्रसाद सिंह, वनमंडलाधिकारी (सेंचुरी) श्रीनिवास टेनेटी, तहसीलदार सुरेश राय, जनपद सीईओ निलेश सोनी, बीआरसी नरेंद्र दुबे, परियोजना अधिकारी जगेश्वर साहू, मण्डल संयोजक मनोहर गुप्ता व अन्य लोग उपस्थित रहे। सांसद ने यह भी कहा कि आंगनबाड़ी के माध्यम से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दूर का सफर न करना पड़े, उन्हें यहीं पोषण आहार वितरण करें तथा छोटे बच्चों को प्राथमिक शिक्षा भी गांव में ही मुहैया कराई जाए। बड़वारी के मोहल्ले में एक भी हैंडपंप नही है, यहां के लोग नदी का पानी पीने को मजबूर हैं। यह सुन सांसद ने तत्काल पेयजल हेतु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ को हैंड पम्प खनन करने निर्देशित किया। चिंतामणि महराज ने कहा कि पंडो जनजाति समाज के लोग हमारी प्राथमिकता हैं। उनकी हर समस्या का समाधान हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनकी आवाज संसद तक पहुंचेगी और क्षेत्र के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। सांसद ने ग्राम खोड़ स्थित बालक छात्रावास का निरीक्षण किया। छात्रावास भवन अत्यंत जर्जर हो गया है, यहां लाइट की कमी पाई गई। इसके अलावा बाथरूम में पानी की अनुपलब्धता और बदबू की समस्या ने बच्चों को परेशान कर रखा है। इसके अलावा 100 सीटर कन्या आश्रम में शौचालयों की बदहाल स्थिति को लेकर सांसद ने आदिवासी विभाग की लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए वहां उपस्थित मंडल संयोजक, अधीक्षक को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने तत्काल व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।