
उज्जैन, 0७ जुलाई ।
वैदिक परंपरा के गहन ज्ञान को आमजन तक पहुंचाने की दिशा में उज्जैन के महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय ने बड़ा कदम उठाया है।शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से विश्वविद्यालय अब बीए ज्योतिर्विज्ञान, बीए वास्तुशास्त्र और एमए भारतीय ज्ञान प्रणाली जैसे विशेष पाठ्यक्रमों को संस्कृत के साथ हिंदी माध्यम से भी पढ़ाएगा। यह निर्णय उन विद्यार्थियों को बड़ी राहत देगा, जो शास्त्रीय विषयों में रुचि रखते हैं, पर संस्कृत भाषा के कारण इनके अध्ययन से पीछे हट जाते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि हिंदी माध्यम को विकल्प बनाकर वह समाज के उस बड़े वर्ग को पारंपरिक ज्ञान से जोड़ पाएगा, जो अब तक इससे वंचित है। इससे न सिर्फ छात्र संख्या बढ़ेगी, बल्कि संस्कृत की ओर एक स्वाभाविक झुकाव भी विकसित होगा।बता दें कि इस समय विश्वविद्यालय में कुल 14 स्नातक, 15 स्नातकोत्तर, 23 डिप्लोमा और 11 सर्टिफिकेट कोर्स संचालित हो रहे हैं।975 से अधिक छात्र वर्तमान में अध्ययनरत हैं। नए शैक्षणिक सत्र के लिए घोषित 440 सीटों पर प्रवेश के लिए 526 आवेदन अब तक मिल चुके हैं। हाल ही में विश्वविद्यालय को नेक की ए ग्रेड मिली है, जो इसकी शिक्षा की गुणवत्ता को मान्यता देती है। हालांकि, प्रोफेसर पदों की कमी, छात्रावास और आवास जैसे बुनियादी ढांचे की आवश्यकता अब भी बड़े विषय हैं, जिनके लिए 180 करोड़ की डीपीआर शासन को भेजी जा चुकी है। पाठ्यक्रमों में भाषा का माध्यम हिंदी होगा, लेकिन शिक्षण सामग्री वही पारंपरिक ग्रंथ होंगे। वास्तुशास्त्र में मयमतम्, समरांगण सूत्रधार, वास्तुमण्डनम् जैसे ग्रंथ पढ़ाए जाएंगे, वहीं ज्योतिष में जातकपारिजात:, बृहत्पराशर होराशास्त्रम् प्रमुख होंगे। इससे विषय की गहराई बरकरार रहेगी, साथ ही छात्रों को संस्कृत का भी व्यावहारिक ज्ञान मिलेगा। महर्षि पाणिनि संस्कृत विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद में इसी वर्ष मार्च में विश्वविद्यालय के आधिकारिक दस्तावेजों पर इंडिया की जगह भारत शब्द लिखने का निर्णय किया गया था। प्रो. सीजी विजय कुमार मेनन, कुलगुरु ने कहा, हमारा प्रयास पारंपरिक वैदिक ज्ञान को अधिक सुलभ बनाना है।
राजस्थान में दो सडक़ हादसों में 6 लोगों की मौत, कोटा और जयपुर में हुआ दर्दनाक हादसा
जयपुर। राजस्थान में शनिवार रात दो सडक़ हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। कोटा-शिवपुरी राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर बारां जिले में कार से पिकअप वाहन की टक्कर हो गई।इस घटना में जिसमें लखनऊ निवासी नमन कुमार चतुर्वेदी व जया शर्मा, गोरखपुर निवासी अंशिका मिश्रा और दिल्ली निवासी राहुल प्रकाश की मौत हो गई। उधर, जयपुर में आगरा से आ रहे बेकाबू ट्रक ने सडक़ किनारे खड़े लोगों को रौंद दिया, जिसमें आगरा के किरावली निवासी विष्णु कुमार और राजन सिंह की मौत हो गई। दोनों पंक्चर टायर की मरम्मत के लिए रुके थे। पुलिस के अनुसार विष्णु कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल राजन सिंह को आरबीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।