
कोरिया/पांडवपारा। वाटरशेड आर्गनाइजेशन ट्रस्ट द्वारा परियोजना ग्रामों में गड्ढा भराई एवं पौधारोपण प्रक्रिया पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण विशेष रूप से किसानों को वैज्ञानिक विधियों से पौधारोपण के प्रति जागरूक करने हेतु आयोजित किया गया था।
मुरमा ग्राम में आयोजित इस प्रशिक्षण में कुल 62 किसान उपस्थित रहे। उन्हें पौधारोपण से पहले गड्ढा भरने की विधि, खाद के सही उपयोग, और पौधे लगाने की तकनीक विस्तार से समझाई गई। इस अवसर पर गड्ढा भराई में प्रयोग होने वाली खाद भी किसानों के बीच वितरित की गई। कार्यक्रम में संस्था से परियोजना प्रबंधक अंशुल सिंह, अभियंता सुश्री कामिनी साहू, कम्युनिटी मोबिलाइज़र सूरज यादव, समस्त वसुंधरा सेवक एवं ग्रामवासी किसान उपस्थित रहे। मुरमा ग्राम में भी इसी श्रृंखला के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें किसानों को पौधों के माध्यम से आयवर्धन की दिशा में प्रेरित किया गया। इस गतिविधि में एक चयनित किसान को 60 आम के पौधे एवं 150 महोगनी के पौधे प्रदान किए जाएंगे, ताकि वह व्यावसायिक रूप से आम का बागान लगाकर आजीविका में वृद्धि कर सके। किसानों ने इस प्रशिक्षण को अत्यंत लाभकारी बताया।
ग्राम टेमरी के किसान ने कहा, अब हमें समझ आ गया है कि गड्ढा सही तरह से कैसे तैयार करना है। इससे पौधों की ग्रोथ अच्छी होगी और फल भी बेहतर आएंगे। वहीं गढ़तर के किसान ने कहा, संस्था से जो तकनीकी जानकारी मिली वह हमारे लिए बहुत उपयोगी है। हम अपने खेत में इन तरीकों को अपनाकर आय बढ़ाएंगे। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल किसानों को पर्यावरणीय जागरूकता से जोड़ते हैं, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित करते हैं।