चेन्नई, 20 जुलाई ।
तमिलनाडु के प्रमुख जलाशयों में से एक मेट्टूर डैम रविवार को तीसरी बार इस वर्ष अपनी पूरी जल क्षमता 120 फीट तक पहुंच गया है। यह स्थिति पश्चिमी घाट और आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण हुई तेज जल प्रवाह के चलते बनी है। जल संसाधन विभाग ने डैम से छोड़े जाने वाले जल की मात्रा को 22,500 क्यूसेक से बढ़ाकर 31,000 क्यूसेक कर दिया है, ताकि जल स्तर को नियंत्रित किया जा सके और बांध की संरचनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। बाढ़ से कावेरी डेल्टा जिलों के किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है, क्योंकि वे सिंचाई के लिए मुख्य रूप से कावेरी नदी पर निर्भर रहते हैं। भरपूर वर्षा के चलते खेतों में खरीफ सीजन की गतिविधियों को गति मिलने की उम्मीद है, जिससे खेती को काफी बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, प्रशासन ने कावेरी नदी के किनारे स्थित नीचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है। लोगों से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी हालात पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और स्थानीय निकायों के साथ समन्वय कर किसी भी संभावित निकासी या राहत कार्य के लिए तैयार हैं। इस बीच, पर्यटकों और आम जनता को डैम और नदी किनारे के इलाकों में प्रवेश से रोक दिया गया है ताकि किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके। मेट्टूर डैम, जिसे स्टैनली जलाशय के नाम से भी जाना जाता है, कावेरी नदी प्रणाली के प्रबंधन और तमिलनाडु के कई जिलों में सिंचाई व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। बांध प्राधिकरण ने कहा है कि आने वाले दिनों में वर्षा की तीव्रता और जल प्रवाह के अनुसार पानी छोड़े जाने की मात्रा की लगातार समीक्षा की जाएगी। इस वर्ष मेट्टूर डैम पहले जनवरी में और फिर जून में भी अपनी पूर्ण क्षमता तक भर चुका है, जो इस वर्ष के मानसून की तीव्रता को दर्शाता है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन की सलाहों का पालन करें।
दक्षिण भारत में मौसम में बदलाव का असर साफ तौर पर दिख रहा है। तमिलनाडु के पश्चिमी घाट क्षेत्रों में भारी बारिश जारी है। चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने रविवार को नीलगिरि और कोयंबटूर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने बताया कि तमिलनाडु के कई हिस्सों और पड़ोसी राज्यों में 24.4 सेमी तक की वर्षा दर्ज की जा सकती है। ऑरेंज अलर्ट का अर्थ है भारी से बहुत भारी बारिश, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है और कई जगहों पर जोखिम उत्पन्न हो सकते हैं। थेनी, डिंडीगुल और तेनकासी जिलों में भी अगले दो दिनों तक तेज बारिश जारी रहने की संभावना है। राज्य के लगभग 50 प्रतिशत मौसम केंद्रों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज होने की उम्मीद है।