धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और ईडी की कार्रवाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन के तहत सेहरा डबरी बाईपास, NH-30 पर चक्काजाम किया गया। कांग्रेसियों ने सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और भाजपा सरकार व उद्योगपतियों के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान जब पुलिस ने आग बुझाने की कोशिश की, तो पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गई, जिसके बाद कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। विधायक ओमकार साहू ने कहा कि यह प्रदर्शन केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को राजनीतिक षड्यंत्र बताया और भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार व बदले की कार्रवाई का आरोप लगाया। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष राजा देवांगन ने कहा, “कांग्रेस छत्तीसगढ़ को बचाने सड़क की लड़ाई लड़ रही है। बिना सबूत के ईडी ने चैतन्य बघेल को उठाया, भले वह कांग्रेसी नहीं हैं, लेकिन एक कांग्रेसी के बेटे हैं।”
जिला पंचायत सदस्य नेहा चंद्राकर ने कहा कि जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उसके खिलाफ ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल द्वारा तमनार में किए गए निरीक्षण के बाद ही उनके परिवार को निशाना बनाया गया। कार्यक्रम प्रभारी धनेंद्र साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सभी राजमार्गों पर बंद का आह्वान किया गया था। उन्होंने कहा कि खनिज और वन संपदा की लूट के खिलाफ यह विरोध है और अडाणी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार कांग्रेस को निशाना बना रही है।