कोरबा। कोरबा जिले की ग्राम पंचायत रलिया निवासी इंजीनियर युवती पुष्पांजली महंत की संदिग्ध मौत और बलात्कार की आशंका को लेकर परिजनों ने कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है। पीडि़ता की मां ने एक आवेदन पत्र के माध्यम से उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर सख्त कार्यवाही की मांग करी है।जानकारी के अनुसार, पुष्पांजली महंत भोपाल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद सिंगरौली (मध्यप्रदेश) के भगत सिंह कॉलोनी स्थित मोहम्मद आशिफ के मकान में किराये पर रह रही थी। वह 21 जून को सिंगरौली पहुंची थी। अगले दिन, 22 जून की सुबह उसकी बड़ी बहन दीपांजली जब वहां पहुंची, तो उसने पुष्पांजली को निर्वस्त्र अवस्था में खिडक़ी से लटका हुआ पाया। घटना की जानकारी तत्काल मोरवा थाना को दी गई। पुलिस रात 10 बजे मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सह ट्रामा सेंटर ले जाया गया। ट्रामा सेंटर में पोस्टमार्टम संभव नहीं होने पर शव को रीवा स्थित संजय गांधी अस्पताल भेजा गया, जहां 50 घंटे बाद पोस्टमार्टम हुआ। इस दौरान शव पूरी तरह खराब हो चुका था। परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस द्वारा जानबूझकर देरी कर साक्ष्य मिटाने की कोशिश की गई। आवेदिका का यह भी आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेरफेर की आशंका है और पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया। परिजन इसे बलात्कार के बाद हत्या का मामला मान रहे हैं और न्याय के लिए लगातार प्रयासरत हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और डीआईजी को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करने मांग की है। फिलहाल, कोरबा सहित पूरे छत्तीसगढ़ में इस मामले को लेकर जन आक्रोश बढ़ता जा रहा है और लोग कोरबा की बेटी को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।