मुंबई, 2६ जुलाई ।
महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों हनीट्रैप और जासूसी का मुद्दा छाया हुआ है। शरद पवार वाली एनसीपी के विधायक रोहित पवार ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार के कुछ मंत्रियों ने जासूसी के डर से अपने फोन ही बंद कर दिए हैं। उन्हें डर है कि उनके फोन टैप हो रहे हैं। इस पर पलटवार करते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सबूत मांगे हैं। रोहित पवार ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, कुछ मंत्रियों के फोन नंबर नॉट रीचेबल हैं। ऐसी अफवाहें हैं कि उन्होंने टैप किए जाने के डर से अपने फोन बंद कर दिए हैं। आने वाले दिनों में बताएंगे कि ये सच कि महज एक अफवाह। कर्जत जामखेड से दूसरी बार विधायक बने रोहित पवार शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) के महासचिव हैं। अजित पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, सभी को आरोप लगाने का अधिकार है, लेकिन ऐसा करते समय उन्हें आरोप साबित करने के लिए सबूत भी देने चाहिए।
फोन टैपिंग के आरोप शिवसेना (यूबीटी) के इस दावे के बीच सामने आए हैं कि मंत्रिमंडल में फेरबदल होने वाला है और कम से कम पांच से छह मंत्रियों को बर्खास्त किया जा सकता है, जिनमें से अधिकांश एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के हैं।