माले। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहा संघर्ष रविवार को चौथे दिन भी जारी रहा। दोनों देशों ने एक दूसरे पर भारी गोलाबारी की जिसमें अब मृतकों की संख्या बढ़कर 33 हो गई जबकि सीमावर्ती क्षेत्रों में 168,000 से अधिक लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं। शनिवार दोपहर को आसमान में जोरदार विस्फोट हुए और प्रतिद्वंद्वी देशों के तटीय क्षेत्रों में पहली बार झड़पें हुईं।

एक किसान ने सुनाई आपबाती

76 वर्षीय किसान, सैमली सोरंचाई ने एएफपी को स्थिति के बारे में बताया, उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे मैं किसी युद्ध क्षेत्र से भाग रहा हूं। वे सीमा के निकट अपने खेत को छोड़कर थाईलैंड के कंथारोरोम शहर में विस्थापितों के लिए बने एक मंदिर में थे।

भारत ने कहा, दोनों देशों के बीच लड़ाई खत्म हो

भारत ने कहा है कि वह स्थितियों पर नजर रखे हुए है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, भारत के दोनों देशों से मित्रता के संबंध हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि थाइलैंड और कंबोडिया के बीच लड़ाई खत्म हो और तनाव कम हो। इसके बाद दोनों देश बातचीत से अपने मतभेद दूर करें। इस बीच थाइलैंड के बाद कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय लोगों को सीमा क्षेत्र में जाने से बचने की सलाह दी है। थाइलैंड से लगे सीमा क्षेत्र में तीन दिन से लड़ाई चल रही है।

मुख्य बिंदुओं में जानें संघर्ष में अब तक क्या कुछ हुआ

  1. एपी की रिपोर्ट के अनुसार, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच लगातार तीसरे दिन हुई गोलीबारी में 33 लोग मारे गए और 150,000 से अधिक लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए।
  2. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री को फोन करेंगे और युद्धविराम का अनुरोध करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कंबोडिया के प्रधानमंत्री से भी बात की है।
  3. कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को देश में रहने वाले नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की और सहायता के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी साझा किया।
  4. कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि गुरुवार से जारी लड़ाई में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें आठ नागरिक और पांच सैनिक शामिल हैं, तथा 71 लोग घायल हुए हैं।
  5. थाई प्राधिकारियों ने बताया कि उनके पक्ष में 13 नागरिक और सात सैनिक मारे गए हैं, जिससे दोनों देशों में मरने वालों की संख्या 2008 और 2011 के बीच हुए अंतिम बड़े युद्ध की तुलना में अधिक हो गई है।
  6. अपने घरों से भाग रहे निवासियों ने शांति की अपील करते हुए कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध “अच्छे हुआ करते थे” और वे “भाई-बहनों की तरह थे।”
  7. फुमी बाक थकाव स्थित मंदिर आश्रय में एक 50 वर्षीय व्यक्ति ने एएफपी को बताया कि हम पड़ोसी हैं, हम दोस्त बनना चाहते हैं। लेकिन वे हम पर हमला कर रहे हैं। हम उनकी वजह से घर छोड़कर भाग रहे हैं।”
  8. न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद, कंबोडिया के संयुक्त राष्ट्र राजदूत चिया केओ ने कहा कि उनका देश युद्धविराम चाहता है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कंबोडिया ने बिना शर्त तत्काल युद्धविराम की माँग की है और हम विवाद के शांतिपूर्ण समाधान का भी आह्वान करते हैं।
  9. शुक्रवार को थाईलैंड ने कंबोडिया की सीमा से लगे अपने आठ जिलों में ‘मार्शल लॉ’ घोषित कर दिया था , क्योंकि दोनों देशों के बीच घातक झड़पें हुई थीं।
  10. प्रसात प्रेह विहेअर और प्रसात ता मुएन थॉम, दोनों खमेर युग के हिंदू मंदिर हैं जो एक दूसरे से लगभग 95 मील की दूरी पर स्थित हैं। ये दो प्रमुख स्थल हैं जहां गुरुवार को तनाव बढ़ गया।
  11. इससे पहले सबसे घातक झड़पें 2008 और 2011 के बीच हुई थीं, जिनमें कम से कम 28 लोग मारे गए थे.