जांजगीर-चांपा । विकासखंड में पद रिक्त नहीं होने के बावजूद संयुक्त संचालक के आदेश को दरकिनार करते हुए पुरुष पर्यवेक्षक को पामगढ़ बीएमओ ने ज्वाइनिंग दे दी। मामले की शिकायत संयुक्त संचालक (जेडी) बिलासपुर से पहुंच गई है। मामले में जेडी ने कहा है कि जिला स्तर पर आदेश का पालन नहीं हुआ है, जांच करा रहे हैं। संभागीय संयुक्त संचालक सेवाएं बिलासपुर छग के द्वारा पांच वर्षों की नियमित सेवा पूर्ण कर चुके ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों (पुरुष) को पुरुष पर्यवेक्षक के पद पर प्रमोशन दिया गया है। विगत 19 जून 2025 को इस संबंध में आदेश जारी हुआ है। इसी कड़ी में पामगढ़ ब्लॉक अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लोहर्सी में पदस्थ आरएचओ आरजी भारद्वाज को पुरुष पर्यवेक्षक पद पर प्रमोशन देते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरौद पदस्थापना किया गया। लेकिन सीएचसी खरौद में 2013 से पीके मिश्रा पुरुष पर्यवेक्षक के रूप में पदस्थ है और पर्यवेक्षक का पद खाली नहीं है। इसके बावजूद पामगढ़। बीएमओ ने आरजी भारद्वाज को भी पर्यवेक्षक के रूप में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरौद में ज्वाइनिंग करा दिया। सीएमएचओ जांजगीर-चांपा के द्वारा भी इस पर आपत्ति नहीं जताई बल्कि यह कहा गया कि जहां पद रिक्त नहीं था, उक्त स्थान के लिए 19 जून को संभागीय संयुक्त संचालक सेवाएं बिलासपुर के द्वारा सभी मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों को जारी आदेश के कंडिका 4 में यह स्पष्ट किया गया था प्रमोशन पश्चात पदोन्नत स्थान पर पद रिक्त नहीं होने की स्थिति में संबंधित कर्मचारी को कार्य पर उपस्थित नहीं लें और इस कार्यालय को रिक्त पद की जानकारी के साथ संशोधन के लिए प्रस्ताव भेजने की कार्रवाई करेंगे, अन्यथा अतिशेष पर संपूर्ण जवाबदारी आपकी होगी। मगर इसके बावजूद संयुक्त संचालक के आदेश को धत्ता बताते हुए ज्वाइनिंग दे दी गई है। इससे पामगढ़ ब्लॉक में अतिशेष की स्थिति बन गई है।,
6 माह में वहां पदस्थ पर्यवेक्षक की सेवा अवधि पूर्ण हो जाएगी। वैसे भी ज्वाइनिंग मैने नहीं दिया है। लीगल नोटिस दिए हैं तो लीगल तरीके से जवाब देंगे।
डॉ. मनोज बर्मन, सीएमएचओ
जांजगीर-चांपा