
जांजगीर/अकलतरा। प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही मांग का सिंदूर उजाडऩे वाली महिला एवं उसके प्रेमी को पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। घटना को लेकर गांव में सनसनी फैल गई थी। वहीं ग्रामीणों ने ऐसे आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। प्रार्थी प्रकाश कुमार केवट निवासी कोटमीसोनार द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसका भाई अमरनाथ केंवट की पत्नी ईश्वरी बाई केवट कुछ माह पूर्व ग्राम रौना कांपा के युवराज निषाद के साथ पुणे तरफ भाग गई थी। जो 21 जुलाई 25 को अमरनाथ के द्वारा वापस बुलाने पर वापस घर आ गई थी।
27 जुलाई को अपने घर में अपने पति के साथ थी। दोपहर करीबन 3.15 बजे अमरनाथ केंवट का लडक़ा लक्ष्य कुमार केंवट ने अपने बड़े पापा को जाकर बताया कि इसकी मां ईश्वरी केंवट का प्रेमी युवराज केंवट निवासी रौना कांपा का जो घर अंदर घुसकर घर में रखे कुदाली से मेरे पिता अमरनाथ के सिर चेहरा में कुदाली से मारपीट कर गंभीर चोट पहुंचाया है। तब प्रकाश केवट जाकर देखा तो अमरनाथ खून में लथपथ था। जिसे तत्काल प्राइवेट वाहन से उपचार के लिए शासकीय अस्पताल अकलतरा लेकर आए। डाक्टर ने पूछताछ में प्रेम संबंध स्वीकार की अमरनाथ केंवट मृत घोषित कर दिया। जिसकी सूचना रिपोर्ट पर थाना अकलतरा में हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया था। पुलिस ने आरोपी युवराज निषाद, ईश्वरी केंवट को हिरासत में लेकर घटना के संबंध में पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि दोनों एक दूसरे से पिछले 8-9 माह से प्यार करते थे और साथ में पुणे तरफ भाग गए थे। फिर वापस बिलासपुर में आकर साथ रह रहे थे। ईश्वरी केवट का पति अमरनाथ द्वारा ईश्वरी को अपने साथ कोटमीसोनार आने के लिए मनाने पर ईश्वरी वापस आ गई थी। 27 जुलाई को दोपहर लगभग, 3.15 बजे युवराज निषाद कोटमीसोनार आया और अमरनाथ के घर के पीछे से घर में घुसा। बड़ी में रखे कुदाल को अंदर लेकर गया और अमरनाथ के चेहरे में ताबड़तोड हमला कर दिया। हमले में अमरनाथ की पत्नी भी साथ दी। उसके बाद कुदाल को लेकर युवराज, ईश्वरी की मदद से भाग गया और लीलगर नदी किनारे कुदाल को फेक दिया। पूछताछ मेमोरेंडम कथन के आधार पर उक्त कुदाल को जब्त किया गया। घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल को भी जब्त किया गया।