
कोरबा। जिले के वनमण्डल कोरबा के पसरखेत रेंज में एक मादा हाथी ने शावक (बच्चे) को जन्म दिया है। यह नवजात शावक चल फिर नहीं पा रहा है, जिसकी वजह से वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कई घण्टे की मशक्कत के बाद शावक को आज सुबह जंगल से लेकर रेंज ऑफिस लाये और पशु चिकित्सक को बुलाकर उसका उपचार शुरू कर दिया गया है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक नवजात के स्वस्थ होते ही उसे जंगल में लेजाकर उसके मां के पास छोड़ दिया जायेगा।
मिली जानकारी के अनुसार पसरखेत रेंज के मदनपुर सर्किल में इन दिनों 11 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इस में एक गर्भवती मादा हाथी भी शामिल थी। बताया जाता है कि मादा हाथी ने सर्किल अंतर्गत बगधरीडाण्ड के जंगल में कुल सुबह एक बच्चे को जन्म दिया। यह बच्चा कमजोरी की वजह से चल फिर नहीं हो पा रहा था। खड़े होते ही गिर जा रहा था। जब इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लगे तो तत्काल मौके पर पहुंचकर इसकी निगरानी शुरू कर दिया। उसकी मां भी पास मौजूद थी। जिसकी वजह से वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी हाथी के बच्चे को सफल रेस्क्यू नहीं कर पा रहे थे। वन विभाग की टीम रात भर जंगल में डटी रही। आज सुबह नवजात शावक की मां जब आगे की ओर बढ़ी और दल में शामिल हो गई तो टीम नवजात शावक को रेस्क्यू कर रेंज आफिस पसरखेत लेकर आई और पशु चिकित्सक को बुलाकर उसका उपचार शुरू कर दी है। उपचार के बाद नवजात की स्थिति में सुधार हो रहा है।
21 हाथी भी पहुंचे पसरखेत
इस बीच कुदमुरा रेंज के चचिया परिसर में विचरण कर रहे 21 हाथी भी पसरखेत रेंज में पहुंच गये है। बड़ी संख्या में हाथियों को आज सुबह रेंज अंतर्गत कोलगा जंगल में देखा गया और इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। जिस पर वन अमला मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी में जुट गया है। कोलगा व आसपास के गांव में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क करने का अभियान भी शुरू कर दिया गया है।
गिरफ्तार ग्रामीण जेल दाखिल
उधर कुदमुरा रेंज के बैगामार गांव में हाथी की करेंट से मौत मामले में गिरफ्तार किये गये 3 ग्रामीणों को वन विभाग ने करतला स्थित अदालत में पेश किया, जहां न्यायाधीश ने रिमाण्ड पर तीनों को जिला जेल कोरबा भेज दिया।