नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि साइबर अपराध पर काबू पाने के लिए महाराष्ट्र के पास विश्व की बेहतरीन तकनीक उपलब्ध है। इंटरनेट मीडिया पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने वालों का पता लगाने और उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने में ‘गरुड़ दृष्टि’ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसे बेहद कम लागत पर साइबर हैक 2025 प्रतियोगिता के माध्यम से विकसित किया गया था। इसके बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) नागपुर पुलिस के पास हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस भवन में इंटरनेट मीडिया निगरानी और साइबर इंटेलिजेंस परियोजना गरुड़ दृष्टि के प्रजेंटेशन के दौरान ये बातें कहीं।

पीड़ितों को 10 करोड़ की राशि लौटाई

इस कार्यक्रम के दौरान उन पीड़ितों को 10 करोड़ रुपये की राशि लौटाई गई जिन्हें ठगों ने विभिन्न साइबर वित्तीय अपराधों का शिकार बनाया था। विभिन्न साइबर वित्तीय अपराधों की जांच से इस रकम को बरामद कर राशि पीडि़तों को वापस की गई। उन्होंने कहा, गरुड़ दृष्टि सिस्टम को इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्मों के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी रोकने के लिए विकसित किया गया है। यह इंटरनेट प्लेटफॉर्मों पर आपराधिक गतिविधियों का पता लगाने और उसे ट्रैक करने में सक्षम है। भविष्य में, इन उपकरणों की क्षमता और बढ़ाई जाएगी।