चरचा कालरी। नागर पालिका शिवपुर चर्चा के मुख्य मार्ग पर स्थित सरकारी अंग्रेजी शराब की दुकान के सेल्समैन खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ग्राहकों से शासन द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक रकम वसूलना आम बात हो गई है।
रात्रि में शराब बिक्री के लिए शासन द्वारा निर्धारित तय बंद समय में दिखावे के लिए शराब दुकान का शटर गिरा दिया जाता है किंतु दुकान का एक सेल्समैन और चौकीदार बाहर रहता है जो देर रात्रि आने वाले शराबी ग्राहकों से बात कर ज्यादा पैसे में शराब उपलब्ध कराता है बाहर से इनके कहने पर शराब दुकान के अंदर बैठे सेल्समैनल शटर के नीचे से शराबियों को अधिक दाम पर शराब की बोतलें उपलब कराते हैं। नशे का आदि शराबी मजबूरी में इन सेल्समैनों को शराब की बोतल के वास्तविक लागत से ज्यादा दर पर पैसे देता है सूत्रों के अनुसार, यहां केवल ओवररेट बिक्री ही नहीं, बल्कि शराब में मिलावट कर ग्राहकों की सेहत से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। शराब दुकान से मिलने वाली कई बोतलों के ढक्कन लीकेज रहते हैं इसका शराबियों ने यह भी कहा कि शराब में मिलावट है क्योंकि नशा अच्छे से नहीं चढ़ता। मुख्य मार्ग पर स्थित इस शराब दुकान के कारण आए दिन नशे में धुत शराबी उत्पात मचाते हैं और दुकान के सामने ही बोतलें फेंककर वातावरण गंदा करते हैं, जिन्हें बाद में नगर पालिका कर्मचारी उठाते हैं। रात 10 बजे के बाद शराब बिक्री करना पूरी तरह अवैध है और आबकारी विभाग के स्पष्ट निर्देशों का खुला उल्लंघन है। इसके बावजूद यह धंधा बेखौफ चल रहा है, जो सा$फ तौर पर संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत का संकेत देता है।सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह शराब दुकान जिला कलेक्टर और जिला आबकारी अधिकारी के कार्यालय से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या आबकारी विभाग वास्तव में सो रहा है, या फिर इस पूरे गोरखधंधे में खुद उनकी भी हिस्सेदारी है? अंग्रेजी दुकान के शराब दुकान के सामने जानबूझकर सीसी कैमरा नहीं लगाया गया है क्योंकि कैमरा लगाने से इनकी पोल खुल जाएगी, जिला प्रशासन को चाहिए की जनहित में शराब दुकान के सामने कैमरा लगाया जाए जिससे शराबियों की करतूत जो सेल्समैन के द्वारा की जा रही हेरा फेरी की सच्चाई सामने आए।