
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में अपहरण और फिरौती का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। बसंतपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले विजय मरकाम को 6 अगस्त को बहाने से बुलाकर कार में जबरन बैठाया गया और उत्तर प्रदेश के बीजपुर ले जाकर बंधक बना लिया गया। आरोपियों ने उसे एक मोबाइल टावर के पैनल रूम में छिपाकर रखा और उसके भाई बृजेश सिंह मरकाम से 3 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। फिरौती नहीं देने पर युवक की हत्या की धमकी दी गई। यह मामला तब सामने आया जब 7 अगस्त को विजय ने खुद अपने भाई को कॉल कर बताया कि वह तीन अज्ञात व्यक्तियों के साथ है। कॉल के दौरान एक आरोपी ने फोन छीनकर सीधे फिरौती की मांग की और शाम तक रकम नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। 8 अगस्त को बृजेश ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने तकनीकी सहायता से विजय के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की और पाया कि वह बीजपुर, उत्तर प्रदेश में है। विशेष टीम ने वहां दबिश देकर विजय को सुरक्षित छुड़ा लिया और दो आरोपियों सद्दाम अंसारी और रोहित कुमार चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया। पुलिस ने उनके पास से अपहरण में इस्तेमाल की गई कार और मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। अपहृत युवक विजय मरकाम ने बताया कि आरोपी उसे प्रेमनगर चौक से यह कहकर ले गए कि लकड़ी देखने चलना है और बाद में बीजपुर ले जाकर बंधक बना लिया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपियों को विजय पर लकड़ी की तस्करी में मुखबिरी करने का शक था और उन्होंने नुकसान की भरपाई के नाम पर फिरौती की मांग की थी।