
कैंडी और चॉकलेट बच्चों को बेहद पसंद होती हैं। हालांकि, इनमें शुगर की अत्यधिक मात्रा होती है, जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। अधिक मात्रा में शुगर के सेवन से बच्चों में मोटापा, डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
पास्ता, पिज़्ज़ा और नूडल्स बच्चों के फेवरेट फूड्स में से एक हैं। लेकिन इनमें सोडियम और ट्रांस फैट अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो बच्चों की किडनी पर बुरा असर डाल सकता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
फ्रेंच फ्राइज और आलू चिप्स स्वाद में भले ही अच्छे लगते हों, लेकिन इनका अधिक सेवन बच्चों की इम्युनिटी को कमजोर कर सकता है। इनमें ट्रांस फैट और ज्यादा मात्रा में नमक होता है, जो बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। यह कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है।बच्चों को पैक्ड फूड्स से बचाना चाहिए। इनमें जरूरी पोषक तत्व नहीं पाए जाते, और इनमें प्रिजर्वेटिव्स तथा कृत्रिम रंगों का उपयोग होता है। इनका सेवन करने से शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है।
बच्चों के आहार में ताजे फल, सब्जियां, दालें और दूध को प्रमुखता दें। फल जैसे सेब, केला, संतरा और अनार न केवल शरीर को विटामिन्स और मिनरल्स देते हैं, बल्कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी और ब्रोकली बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं।