
लखनऊ। सरदार वल्लभभाई पटेल के 150वीं जयंती समारोह अभियान को लेकर शुक्रवार को हुई प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा और आईएनडीआईए गठबंधन अंग्रेजों की फूट डालो-राज करो नीति को आज भी अपनाए हुए हैं। ये दल समाज में जाति, पंथ और मजहब के आधार पर फूट डालने का काम कर रहे हैं ताकि देश की एकता और अखंडता कमजोर हो। हमारा संकल्प एक भारत-श्रेष्ठ भारत का है। अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यशाला में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक जो भारत एकजुट दिखता है, वह सरदार पटेल की देन है। उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्ष से हर वर्ष 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। विपक्ष जब समाज को बांटने की राजनीति कर रहा है, तब भाजपा की जिम्मेदारी है कि एकता और अखंडता के संदेश को हर गांव और हर विधान सभा क्षेत्र तक पहुंचाया जाए।मुख्यमंत्री ने बताया कि 31 अक्टूबर को ‘रन फार यूनिटी’ का आयोजन पूरे प्रदेश में होगा। इसके बाद एक नवंबर से 26 नवंबर तक हर विधान सभा क्षेत्र में आठ से 10 किलोमीटर लंबी ‘एकता पदयात्रा’ निकाली जाएगी। इसमें सेना के रिटायर्ड जवान, अन्नदाता, श्रमिक, एनएसएस, एनसीसी, स्काउट गाइड सभी को जोड़ा जाएगा। हर दो किलोमीटर पर पड़ाव होगा, जहां समाज से संवाद कायम करते हुए एकता का संदेश दिया जाएगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि आज हमारा देश सांस्कृतिक रूप से हर दृष्टि से एकजुट और समर्पित होकर पटेल के सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अभियान का उद्देश्य वर्तमान भारत के युवाओं में एकता, देशभक्ति व जिम्मेदार नागरिक की भावना जगाना है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आमजन को सरदार पटेल के जीवन चरित्र से अवगत कराने के लिए संगठन ने कार्यक्रमों की वृहद रूपरेखा तैयार की है।प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रत्येक जिले से पांच प्रतिनिधि गुजरात के करमसद जाएंगे और सरदार वल्लभ भाई पटेल मे जन्म स्थान से प्रारंभ होने वाली यात्रा में शामिल होंगे।
इनमें युवा मोर्चा के दो पदाधिकारी व तीन यूथ आइकान शामिल होंगे। इस मौके पर अभियान के प्रदेश संयोजक संजय राय, प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कोरी, प्रदेश मंत्री शंकर लोधी आदि उपस्थित थे।