
पटना 30 अक्टूबर। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के लिए ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। बिहार इस समय पूरी तरह से चुनावी रंग में रंग गया है। सभी पार्टियों के स्टार प्रचारक अपने पक्ष में वोटरों को लुभाने के लिए रैलियां और जनसभाएं कर रहे हैं। छठ के बाद बिहार विधानसभा की चुनावी धार को सभी दलों ने तेज कर दिया है। पीएम मोदी मोतीपुर चीनी मिल के मैदान से मुजफ्फरपुर की 11 और पूर्वी चंपारण की दो सीट केसरिया और पिपरा के अलावा वैशाली की वैशाली विधानसभा सीट को भी साध रहे हैं। उनका संबोधन शुरू हो गया है वहीं, राहुल गांधी भी आज नालंदा और शेखपुरा में जनसभा को संबोधित करेंगे। आज नित्यानंद राय की भी सीतमढ़ी में जनसभा होनी है। मधुबनी में तेज प्रताप यादव भी लोगों से अपने पक्ष में वोट करने की अपील करेंगे। दरभंगा में तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी की जनसभा है। वहीं, प्रशांत किशोर दरभंगा में आज रोड शो करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस को पांच चीजों से पहचाना जा सकता है। आरजेडी-कांग्रेस ने क्या किया है। मैं आपको इन पांच शब्दों के बारे में बताऊंगा- कट्टा, क्रुरता, कटुता, कुशासन और भ्रष्टाचार… जहां कट्टा होता है, जहां क्रूरता का शासन होता है, वहां कानून टूट जाता है। पीएम ने कहा कि गोलू अपहरण कांड कभी नहीं भूल सकते। इसी शहर में 2001 में स्कूल जाते एक बच्चे को अपराधियों ने अपहरण कर लिया था, बदले में ढेर सारे रुपये मांगे गए थे। नहीं देने पर राजद के चट्टे-बट्टों ने उस नन्हे गोलू के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए थे। राजद के शासन में अपहरण हुए, हत्या हुई। इनकी नीयत क्या है, इनके ताजा प्रचार से पता चल रहा है। खतरनाक नारे से पता चलता है। हम तो हाथ जोड़ गाने ला रहे हैं, जबकि इनके नारों में छर्रा, कट्टा, दोनाली। मैं तो सोच नहीं सकता भाई। साथियों जंगलराज में यह संभव नहीं था। तब तो गाडिय़ों के शोरूम बंद हो गए थे। क्योंकि राजद के नेता अपनी टोलियां लेकर अपने साथियों को लेकर शोरूम लुटवा लेते थे। अगर किसी ने नई गाड़ी खरीदी हो तब उसके पीछे राजद के गुंडे लग जाते थे। जब कोई अपनी पूंजी लगाता क्या, ऐसे हाल में लोग पलायन कर गए। जब वो दिन याद करते हैं तो लगता था, कितना भयानक दिन था। जब सुशासन होता है, तो सब खिलते हैं, जंगलराज में दम घुटता है। आज पूरा बिहार जीएसटी बचत उत्सव मना रहा है। कोई नई बाइक खरीद रहा, स्कूटी खरीद रहा। एक आंकड़ा याद रखना, पिछले साल अक्टूबर-सितंबर में बिहार में 50 हजार मोटर बाइक बिकी थी, इस साल इन्हीं महीनों में डेढ़ लाख बिकी है। बिहार में तीन गुना अधिक खरीदारी हुई है। नई बाइक आई और हजारों रुपये बच गए। आज इंजन बन रहे, मखाना दुनिया भर में जा रहा, फूड प्रोसेसिंग, आईटी पार्क, लेदर क्लस्टर ये सब हमारे बिहार की पहचान बन रहे। साथियों, कभी बिहार अपनी जरूरत के लिए मछली बाहर से मंगाता था, आज दूसरे राज्यों को भी भेज रहे, कमाई कर रहे।
ये आत्मनिर्भरता का उदाहरण है। एनडीए का संकल्प है, बिहार में कमाई, दवाई, पढ़ाई और सिंचाई। बिहार का बेटा पलायन नहीं करेगा, यहीं काम करेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि छठ पूजा नौटंकी है, ड्रामा है, ऐसे लोगों को सजा दोगे कि नहीं। जो माताएं निर्जला व्रत रखती हैं, गंगाजी में खड़ी होती हैं, वो तो उनकी नजर में ड्रामा करती हैं, क्या बिहार की माताएं-बहनें छठ मैया का अपमान बर्दाश्त करेंगी, साथियों ये हर उस व्यक्ति का अपमान है जो छठी मैया में श्रद्धा रखता है। मैं जानता हूं इस अपमान को सैकड़ों साल तक बिहार नहीं भूलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि ये जंगलराज की पहचान हैं। साथियों ये उनकी पहचान बन गई है। आप बताएं, ऐसे लोग क्या कभी भी बिहार का भला कर सकते हैं, सिर्फ अपने परिवार का विकास कर सकते हैंं। साथियों बिहार के विकास के लिए उद्यम और उद्योग चाहिए। इसके लिए जमीन, कानून का राज , कनेक्टिविटी चाहिए। जिनका इतिहास जमीन कब्जाने का है, वे जमीन देंगे क्या, जिन्होंने रेलवे को लूटा, वो कनेक्टिवटी देंगे क्या, जिन्होंने लालटेन युग में रखा, वे रोशनी देंगे क्या?
पीएम मोदी ने कहा कि छठ देश-दुनिया में मनाया जाता है। इसके गीत सुन हम भावविभोर हो जाते हैं। छठ को यूनेस्को की सूची में शामिल करने का प्रयास सरकार की ओर से चल रहा है। छठ के गीतों के माध्यम से संस्कार की प्रक्रिया चलती है। उसको देशव्यापी रूप देने के लिए छठ के गीतों को विभिन्न भाषा में प्रतिस्पर्धा करने वाले हैं। इससे हर भाषा के लोगों को मौका मिलेगा। इन्हें जनता चुनेगी कि उन्हें कौन-कौन गीत पसंद आते हैं। सबसे चर्चित गीतों के गायक और लेखक को अगले साल छठ से पहले सम्मानित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस और राजद छठी मैया का अपमान कर रहे हैं। क्या चुनाव में वोट के लिए कोई छठी मैया का अपमान कर सकता है? क्या बिहार और देश की जनता इसे बर्दाश्त करेगी?



























