नई दिल्ली। मुंबई में बच्चों को बंधक बनाने वाले रोहित आर्या की गोली लगने से मौत हो गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान गोली लगने के बाद आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गय था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना आरए स्टूडियो नामक एक छोटे से फिल्म स्टूडियो के अंदर हुई, जहां आर्या ने बच्चों के एक ग्रुप को ऑडिशन के नाम पर फुसलाया था। पुलिस का कहना है कि 8 से 14 साल की उम्र के सभी बच्चों को कई घंटों तक बंधक बनाकर रखा गया, उसके बाद उन्हें बिना किसी नुकसान के बचा लिया गया।

सभी 17 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला

पुलिस ने बताया कि पवई पुलिस स्टेशन की एक टीम को दोपहर करीब 1:45 बजे एक इमरजेंसी कॉल मिली और वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए। बातचीत तुरंत शुरू हुई, लेकिन आर्या ने बच्चों को छोड़ने से इनकार कर दिया। जब आर्या ने उन्हें नुकसान पहुंचाने की धमकी दी, तो पुलिस टीम बाथरूम से जबरन अंदर घुस गई और सभी 17 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

आरोपी ने पोस्ट किया वीडियो

बच्चों को बंधक बनाने के बाद पोस्ट किए गए वीडियो संदेश में आर्या ने कहा, “मैं आतंकवादी नहीं हूं, न ही मैं पैसे मांग रहा हूं। मैं कुछ लोगों से बात करना चाहता हूं।” उसने यह भी बताया कि उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया था, लेकिन अपनी जान लेने के बजाय, वह बंधक योजना के जरिए उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहा था जिनसे वह बात करना चाहता था।

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