
कोरिया सोनहत। खंड स्तर पर विगत मई माह मुख्यालय सहित आसपास ग्रामों के हितग्राहियों को बारिश ,तूफान,एवं मुख्यालय सडक़ किनारे नली जाम होने से हुए व्यापक नुकसानी की राशि आंकलन के बाद नहीं मिल सका है। सुशासन की खुली पोल-एक ओर शासन छत्तीसगढ़ में सुशासन की बात करती है गरीब किसान मजदूरों के उत्थान की बात करती समय पर मिलने वाले उनके हक बात करती है लेकिन शासन की मंशा को पूरा करने में प्रशासन उत्साह नहीं दिखा रहा है जिससे सुशासन की पोल स्वमेव उजागर हो रही है पंच संघ के अध्यक्ष प्रेमसागर तिवारी ने बताया कि विगत मई माह आए बारिश ,तूफान से मुख्यालय के व्यापारियों को नाली जाम होने से दुकानों के रखे सामनों को भारी नुकसान होने के साथ विभिन्न ग्राम कैलाशपुर, सोनारी, सुंदरपुर, केशगवां, रजौली, के अलावा विकासखंड के अधिकांश ग्रामों के गरीब किसान ,रहवासियों के घरों के छप्पर आदि उडऩे से व्यापक नुकसान हो गया था जिसका स्थानीय तंत्र द्वारा विधिवत घर-घर जा के आंकलन एवं राहत राशि प्रदान कराने प्रकरण तैयार किया गया था।लेकिन अभी तक हालत ये है कि लगभग 6 माह बीतने के बाद भी किसी भी हितग्राहिय पीडि़तों को राहत राशि नहीं मिल सका है।पंच संघ अध्यक्ष प्रेम सागर तिवारी तिवारी ने संबंधित प्रशासन से संबंधित पीडि़त परिवारों को आपदा प्रबंधन के तहत राहत राशि प्रदान करने मांग किया ताकि प्रशासन का सुशासन कायम रह सके।























