
कोरबा। ठंड का मौसम शुरू होते ही लोगों का रुझान फूलों की ओर बढ़ गया है। स्थानीय नर्सरी में फूलों की बिक्री में तेजी देखी जा रही है। यहां आने वाले लोगों को पौधे लगाने और उनकी देखभाल के तरीके भी बताए जा रहे हैं ताकि वे अपने घरों और बगीचों में रंग-बिरंगे फूल सजा सकें।
मार्केट में इस समय गुड़हल, डहेलिया, सेवंती, चंपा, कनेर, गुलाब सहित कई विदेशी प्रजातियों के फूल उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ पौधे कोरबा में ही तैयार किए जा रहे हैं, जबकि कई पौधे पश्चिम बंगाल के कोलकाता और ओडिशा से लाए जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कोरबा में फूलों के प्रति लोगों की दीवानगी लगातार बढ़ रही है। सुंदर बगीचा और घर की शोभा बढ़ाने की चाह में लोग अच्छी किस्म के फूलों के लिए अधिक कीमत देने से भी नहीं हिचक रहे हैं।
हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के अधिकारी ने बताया कि फूलों को कम पानी और खाद की आवश्यकता होती है लेकिन संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होता है समय के साथ कई प्रकार की तकनीकी के सामने आई है और इसके माध्यम से लोग बहुत कुछ अपने स्तर पर कर सकते हैं इसमें ग्राफ्टिंग भी एक व्यवस्था है जिसमें पौधों की कमल को एक दूसरे में अटैच कर एक नया परिणाम आप प्राप्त कर सकते हैं।
























