पंचायत सचिव को किया निलंबित बड़े अफसरों पर कार्रवाई नहीं

जांजगीर-चांपा। जनपद पंचायत बम्हनीडीह अंतर्गत ग्राम पंचायत लछनपुर में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं का मामला सामने आने के बाद सचिव रमाकांत कश्यप को निलंबित कर दिया गया है। आवेदक द्वारा कलेक्टर जनदर्शन में पंचायत निर्माण कार्यों की जांच की मांग की गई थी, इसके बाद जनपद सीईओ बम्हनीडीह द्वारा गठित जांच टीम ने प्राथमिक जांच में वित्त आयोग के 13 कार्यों में लगभग 6 लाख 55 हजार 324 रुपए की अनियमितता पाई गई। सचिव रमाकांत कश्यप के निलंबन के बाद दूसरी स्तर की विस्तृत जांच में और भी गंभीर गड़बडिय़ां सामने आई है। जांच रिपोर्ट के अनुसार 14 वें वित्त योजना 2020-21 से 2024-25 के 11 कार्यों और 15 वें वित्त योजना 2020-21 से 2024-25 के 13 कार्यों में कुल 21 लाख 34 हजार 100 रुपए की अनियमित खर्च की पुष्टि हुई है। कई स्थलों पर कार्य अस्तित्व में ही नहीं मिले, जबकि रिकॉर्ड में भुगतान दर्शाया गया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि इन अनियमितताओं के अलावा डीएमएफमद, विधायक मद, प्रभारी मंत्री मद तथा मुख्यमंत्री ग्राम विकास योजना सहित 7 कार्यों के लिए लगभग 12 लाख रुपए अग्रिम राशि आहरित किए गए। लेकिन कई कार्य शुरू तक नहीं किए गए। इन मामलों पर जनपद सीईओ ने 5 जुलाई 2024 को नोटिस जारी किया गया। जिसमें कार्य प्रारंभ कर दो माह के अंदर पूर्ण कराने अन्यथा जारी राशि वसूली के लिए प्रकरण तैयार कर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व चांपा को भेजे जाने लिखा गया था लेकिन अब तक कार्य हुआ न तो राशि वसूली हुई।
इंजीनियर एसडीओ को अभयदान क्यों?
पंचायतों में विभिन्न योजनाओं के कार्य की मॉनिटरिंग के लिए एसडीओ व इंजीनियरों की ड्यूटी लगाई जाती है। इसके साथ ही स्थानीय सीईओ को भी निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग का जिम्मा रहता है लेकिन अफसर अपने चेंबर से निकलते नहीं। लिहाजा पंचायत सचिव व सरपंच मिलकर खुलकर मनमानी करते हैं। इतना बड़े राशि की गड़बड़ी के मामले में इंजीनियर एसडीओ की संलिप्तता संदिग्ध रहती है। इन्हें केवल चेक काटने समय कमीशन की दरकार रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि बड़ी वित्तीय गड़बडिय़ों के बावजूद अब तक कठोर कार्रवाई न होने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद है।

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